वाराणसी : कई सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत ने वैश्विक आतंकवादी घोषित करा दिया. यही नहीं, चीन के कई बार हस्तक्षेप के बाद मसूद अजहर वैश्विक आतंकवादी बनते-बनते बचता रहा, मगर इस बार जिस तरीके से भारत ने मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर आतंकवादी के रूप में रखा, यह बेहद ही सराहनीय रहा. वैश्विक आतंकवादी घोषित होने के बाद मसूद अजहर पर कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर भी दबाव बढ़ा है.
लोगों ने की सरकार की सराहना
वैश्विक आतंकवादी घोषित होने के बाद मसूद अजहर के बारे में लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दो-तीन साल पहले हो जाना चाहिए था, लेकिन भारत द्वारा जिस तरीके से विश्व पटल पर मसूद अजहर और पाकिस्तान के खिलाफ सबूत रखा गया, वह बेहद ही सराहनीय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस विषय पर लोगों ने धन्यवाद भी दिया और कहा कि आने वाले समय में जरूर आतंकवादियों पर लगाम लगेगी.
तीन सालों से भारत कर रहा था प्रयास
- दरअसल, तीन सालों से लगातार भारत इस प्रयास में था कि मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करा दिया जाए ताकि मसूद अजहर को मिलने वाला फंड भी किसी तरीके से रुक जाए. पाकिस्तान पर भी दबाव बढ़े कि भारत के सीमा क्षेत्रों में जिस तरीके से आतंकवादी कैंप चल रहे हैं, उस पर रोकथाम लग सके.
- भारत ने लगभग तीन प्रयास किए, लेकिन चीन के हस्तक्षेप के बाद भारत द्वारा की गई पहल हमेशा ही अधूरी साबित होती थी. इस बार पूरे विश्व को अपने विश्वास में लेते हुए जिस तरीके से मसूद अजहर को भारत ने अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी के रूप में पेश किया, उसके बाद चीन ने भी अपना समर्थन दे दिया और मसूद अजहर अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कर दिया गया.