वाराणासी: जिले के बीएचयू की तरफ से विधि संकाय में 8वीं महामना मालवीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया. यह प्रतियोगिता पहले मार्च के महीने में होने वाली थी. लॉकडाउन की वजह से इसका आयोजन 26 जून किया गया. दो दिवसीय चलने वाले कार्यक्रम का समापन आज हुआ. इसमें पहले दिन 15 राज्यों के 18 विश्वविद्यालय ने प्रारंभिक दौर में न्यायाधीशों के समक्ष अपने तर्क रखे.
ऑनलाइन मूट कोर्ट का आयोजन
बीएचयू के विधि संकाय के छात्रों को कोर्ट में जाने पर किस तरह का वातावरण मिलता है. कौन सी चीजें कहां होती हैं और कैसा माहौल होता है. इससे परिचित कराने के लिए मूट कोर्ट का आयोजन किया जाता था. इस बार कोरोना के चलते ऑनलाइन मूट कोर्ट का आयोजन किया गया. इस दौरान देश के कोने-कोने से विधि के छात्रों ने पार्टिसिपेट किया.
न्यायमूर्ति प्रतिभा सिंह ने साझा किए विचार
न्यायमूर्ति प्रतिभा सिंह ने समापन सत्र में अपने दिनों को याद करते हुए कहा कि देश में मूटिंग संस्कृति का बिना कंप्यूटर के युग से सीधे पूर्णतया ऑनलाइन हो जाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने मूटिंग में रुचि रखने वाले देश-विदेश के छात्रों के प्रोत्साहन के लिए एक अखिल भारतीय मूट फंड स्थापित करने का भी विचार साझा किया.
मुंबई गवर्मेंट लॉ कॉलेज रहा विजेता
न्यायमूर्ति विभु बाखरू ने उल्लेखित किया कि यह एक ऑनलाइन मूट कोर्ट प्रतियोगिता का उनका पहला अनुभव था. साथ ही उन्होंने कहा कि मूटिंग वो छोटी सी खिड़की है, जो प्रतिभागियों को यह दृष्टिकोण देती है कि अदालत की कार्रवाई कैसे होती है. प्रोफेसर रजनीश सिंह ने मूट कोर्ट प्रतियोगिता का विजेता गवर्मेंट लॉ कॉलेज, मुंबई को घोषित किया. उपविजेता विधि संकाय, वनस्थली विद्यापीठ की टीम रही.
बीएचयू में लगा मूट कोर्ट, विभिन्न राज्यों के छात्रों ने ऑनलाइन किया पार्टिसिपेट - moot court competition for law student
यूपी के वाराणसी स्थित बीएचयू के विधि संकाय के छात्रों के लिए मूट कोर्ट प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया. दो दिवसीय चलने वाले इस आयोजन का आज समापन हुआ. इस दौरान विभिन्न राज्यों के छात्रों ने इस प्रतियोगिता में ऑनलाइन पार्टिसिपेट किया.
वाराणासी: जिले के बीएचयू की तरफ से विधि संकाय में 8वीं महामना मालवीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया. यह प्रतियोगिता पहले मार्च के महीने में होने वाली थी. लॉकडाउन की वजह से इसका आयोजन 26 जून किया गया. दो दिवसीय चलने वाले कार्यक्रम का समापन आज हुआ. इसमें पहले दिन 15 राज्यों के 18 विश्वविद्यालय ने प्रारंभिक दौर में न्यायाधीशों के समक्ष अपने तर्क रखे.
ऑनलाइन मूट कोर्ट का आयोजन
बीएचयू के विधि संकाय के छात्रों को कोर्ट में जाने पर किस तरह का वातावरण मिलता है. कौन सी चीजें कहां होती हैं और कैसा माहौल होता है. इससे परिचित कराने के लिए मूट कोर्ट का आयोजन किया जाता था. इस बार कोरोना के चलते ऑनलाइन मूट कोर्ट का आयोजन किया गया. इस दौरान देश के कोने-कोने से विधि के छात्रों ने पार्टिसिपेट किया.
न्यायमूर्ति प्रतिभा सिंह ने साझा किए विचार
न्यायमूर्ति प्रतिभा सिंह ने समापन सत्र में अपने दिनों को याद करते हुए कहा कि देश में मूटिंग संस्कृति का बिना कंप्यूटर के युग से सीधे पूर्णतया ऑनलाइन हो जाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने मूटिंग में रुचि रखने वाले देश-विदेश के छात्रों के प्रोत्साहन के लिए एक अखिल भारतीय मूट फंड स्थापित करने का भी विचार साझा किया.
मुंबई गवर्मेंट लॉ कॉलेज रहा विजेता
न्यायमूर्ति विभु बाखरू ने उल्लेखित किया कि यह एक ऑनलाइन मूट कोर्ट प्रतियोगिता का उनका पहला अनुभव था. साथ ही उन्होंने कहा कि मूटिंग वो छोटी सी खिड़की है, जो प्रतिभागियों को यह दृष्टिकोण देती है कि अदालत की कार्रवाई कैसे होती है. प्रोफेसर रजनीश सिंह ने मूट कोर्ट प्रतियोगिता का विजेता गवर्मेंट लॉ कॉलेज, मुंबई को घोषित किया. उपविजेता विधि संकाय, वनस्थली विद्यापीठ की टीम रही.