वाराणसीः उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने दावे पेश करती नजर आ रही हैं. इसी कड़ी में वाराणसी पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी दावा किया कि अति पिछड़ा और मुस्लिम समुदाय का 65% वोट हमारे पक्ष में है, जबकि 35% की लड़ाई अन्य पार्टियां लड़ेंगी. इसके साथ ही ओमप्रकाश ने उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर पर तंज कसते हुए कहा कि कहा कि वह अभी बच्चा है, राजनीतिक अनुभव नहीं है.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी ने कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के साथ मिलकर सरकार बनाई, ये जग जाहिर है. केरल के मुख्यमंत्री ने अपनी बेटी के शादी मुसलमान से की, शाहनवाज हुसैन, मुख्तार अब्बास नकवी ने हिंदू के बेटी से शादी की है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मुसलमानों के साथ मिलकर 40 साल सरकार चलाई. वहीं उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा ने मुसलमान के साथ मिलकर सरकार बनाई तो अच्छा था. ऐसे में जब 43 प्रतिशत अति पिछड़ा और 22% मुसलमानों को मिलाकर 65% हो जाता है तो ये हमारे हैं. बाकी बचे 35% वोटों का बंटवारा अन्य पार्टियां करेंगी. इसलिए लोग ओमप्रकाश राजभर से डर रहे हैं और मेरे खिलाफ बोल रहे हैं.
कृषि बिल, काला कानून
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर द्वारा ओमप्रकाश राजभर पर दिए गए बयान पर पलटवार किया. ओमप्रकाश ने कहा कि अनिल राजभर अभी बच्चा है, अपने समाज का है और उसे अभी राजनीति का अनुभव नहीं है. वहीं किसानों के आंदोलन पर ओमप्रकाश ने कहा कि यह कृषि बिल, काला कानून है. जब किसान खुद कह रहा है कि हमें अपना धन दुगना नहीं कराना है तो केंद्र सरकार क्यों अड़ी हुई है.
केंद्र सरकार को सिर्फ अडानी और अंबानी की चिंता
राजभर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक बार कहा था कि मैं चौकीदार हूं और पूरी बीजेपी कहती थी कि मैं चौकीदार हूं. आखिर यह किसके चौकीदार हैं, यह क्यों नहीं बताते. उन्होंने कहा कि किसानों के इस आंदोलन ने इस बात को साबित कर दिया कि ये अंबानी और अडानी के चौकीदार हैं. ये उनके हित के लिए काम कर रहे हैं. केंद्र सरकार को किसानों से कोई मतलब नहीं है, यह सिर्फ अडानी और अंबानी के बारे में चिंता करते हैं.