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विश्व एड्स दिवस पर जारी हुए आंकड़े, वाराणसी में कम हुई मरीजों की संख्या

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Published : Dec 1, 2020, 12:24 PM IST

आज 1 दिसंबर को देशभर में विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस मौके पर वाराणसी जिला एचआइवी एड्स एवं छय रोग विभाग द्वारा मरीजों के आंकड़े जारी किए गए हैं...

विश्व एड्स दिवस
विश्व एड्स दिवस

वाराणसी: विश्व एड्स दिवस के मौके पर जिला एचआइवी एड्स एवं छय रोग विभाग द्वारा मरीजों के आंकड़े जारी करने के साथ ही एड्स से बचने के संबंध में जागरूक रहने के संबंध ने जानकारी दी गई. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अन्य संक्रामक रोगों से बचाव के लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

जिला एचआइवी एड्स एवं क्षय रोग ने दी जानकारी

जिला एचआइवी एड्स एवं क्षय रोग अधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में वर्ष 2017 में 1095, 2018 में 1093 और वर्ष 2019 में 1103 लोग एचआइवी पॉजिटिव पाए गए. जबकि वर्ष 2020 में अब तक कुल 407 मरीज ही मिलें है. जिले के पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय और बीएचयू के एआरटी सेंटर में कुल 8067 मरीज इलाजरत है.

थीम रॉक द रिबन

डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि एड्स से बचाव के लिए लोगों को जागरूक रहने की आवश्यकता है. इसके लिए लोगों को जानकारी देने हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पर नई थीम के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है. इस वर्ष भी नई थीम रॉक द रिबन रखी गई है.

जांच केंद्र की दी गई जानकारी

ज्यादातर लोग लोकलाज के भय से एड्स की जांच नहीं करवाते, इसके लिए जिले में एड्स के निःशुल्क जांच के लिए 10 एचटीसीएस है. जहां 8 आइसीटीसी और 2 पीपीटीसीटी सेंटर बनाए गए हैं. इसके अलावा इलाज के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय और बीएचयू अस्पताल के एआरटी सेंटर में निःशुल्क जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध है.

एड्स से बचाव के उपाय

डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति एचआइवी संक्रमण की जद में आता है तो 72 घंटे के भीतर एआरटी सेंटर पर पीईपी दवा की पहली खुराक ले सकता है. इस दवा के 28 दिन के लगातार इस्तेमाल से व्यक्ति संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त हो सकता है.

वाराणसी: विश्व एड्स दिवस के मौके पर जिला एचआइवी एड्स एवं छय रोग विभाग द्वारा मरीजों के आंकड़े जारी करने के साथ ही एड्स से बचने के संबंध में जागरूक रहने के संबंध ने जानकारी दी गई. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अन्य संक्रामक रोगों से बचाव के लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है.

जिला एचआइवी एड्स एवं क्षय रोग ने दी जानकारी

जिला एचआइवी एड्स एवं क्षय रोग अधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में वर्ष 2017 में 1095, 2018 में 1093 और वर्ष 2019 में 1103 लोग एचआइवी पॉजिटिव पाए गए. जबकि वर्ष 2020 में अब तक कुल 407 मरीज ही मिलें है. जिले के पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय और बीएचयू के एआरटी सेंटर में कुल 8067 मरीज इलाजरत है.

थीम रॉक द रिबन

डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि एड्स से बचाव के लिए लोगों को जागरूक रहने की आवश्यकता है. इसके लिए लोगों को जानकारी देने हर वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पर नई थीम के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है. इस वर्ष भी नई थीम रॉक द रिबन रखी गई है.

जांच केंद्र की दी गई जानकारी

ज्यादातर लोग लोकलाज के भय से एड्स की जांच नहीं करवाते, इसके लिए जिले में एड्स के निःशुल्क जांच के लिए 10 एचटीसीएस है. जहां 8 आइसीटीसी और 2 पीपीटीसीटी सेंटर बनाए गए हैं. इसके अलावा इलाज के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय और बीएचयू अस्पताल के एआरटी सेंटर में निःशुल्क जांच व इलाज की सुविधा उपलब्ध है.

एड्स से बचाव के उपाय

डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यदि कोई व्यक्ति एचआइवी संक्रमण की जद में आता है तो 72 घंटे के भीतर एआरटी सेंटर पर पीईपी दवा की पहली खुराक ले सकता है. इस दवा के 28 दिन के लगातार इस्तेमाल से व्यक्ति संक्रमण से पूरी तरह से मुक्त हो सकता है.

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