वाराणसी: बुधवार को जिले में प्रियंका गांधी का रोड शो हुआ. रोड शो में उमड़ी भीड़ ने कांग्रेस के खो रहे वजूद को एक बार फिर से बचा लेने के लिए हो रहे प्रयासों के सफल होने का एहसास कराया. इसके साथ ही लगभग 2 महीने से मेहनत कर रही प्रियंका गांधी को भी अपने रोड शो में उमड़ी भीड़ को देखकर शायद यह अंदाजा हो गया कि कांग्रेस अब मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है.
रोड शो में दिखे भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग
- इन सबके बीच कांग्रेस के साथ एक ऐसा वोट बैंक खड़ा दिखा, जिसे लेकर बीते कई दशकों से हर राजनीतिक पार्टी चुनाव आते ही अपने दांव खेलने में जुट जाती है.
- प्रियंका गांधी के रोड शो में मुस्लिम समुदाय के लोग जबरदस्त संख्या में मौजूद रहे.
- लंका चौराहे से जब रोड शो की शुरुआत हुई और धीरे-धीरे रोड शो अस्सी से होते हुए सोनारपुरा पहुंचा तो मुस्लिम समुदाय के लोगों की भीड़ बढ़ती गई.
- हालात ये हुआ कि गोदौलिया चौराहे पर रोड शो में सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों की मौजूदगी थी.
- इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस का जो पुराना मुस्लिम वोट बैंक था.
- वह कहीं न कहीं प्रियंका गांधी के आने के बाद एक बार फिर से कांग्रेस के साथ आता दिख रहा है.
जीत का अंतर होगा कम
- किसी रोड शो या रैली में आई भीड़ से वोटर के मिजाज का पता लगाना मुश्किल होता है.
- मतदान के दिन इसका लाभ किस पार्टी को मिलता है यह तो नतीजे के दिन ही पता चलता है.
- वास्तव में प्रियंका के बनारस आने के बाद मुस्लिम वोट कांग्रेस के पक्ष में जाता है तो प्रधानमंत्री मोदी भले ही चुनाव जीते लेकिन निश्चित ही जीत का अंतर कम होगा.