वाराणसी: रोजगार से लेकर मनोरंजन तक हर तरफ वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस की वजह से सब कामकाज ठप हो चुका है. बनारस की भी सदियों पुरानी संगीत की परंपरा और संगीत घराने पर भी इसका असर पड़ा है. वाराणसी के मशहूर कबीर चौरा इलाके में जहां एक से बढ़कर एक संगीत के दिग्गज निकले हैं, आज भी उस इलाके के हर घर में संगीत के फनकार हैं, जो कोरोना के इस संक्रमण काल में घर पर ही रियाज कर रहे हैं और कोरोना वॉरियर्स के लिए अपनी संगीत की धुनों से उनका हौसला बढ़ा रहे हैं.
लगातार संगीत का रियाज कर रहे संगीतकार
वाराणसी का कबीरचौरा इलाका यहां हर घर से संगीत की धुन सुनाई देती है, क्योंकि ये इलाका वाराणसी के संगीत घराने के रूप में जाना जाता है. लेकिन लॉकडाउन के कारण यहां संगीतकार घरों से नहीं निकल पा रहे हैं. ऐसे में ये कलाकार अपने घर में ही सितार, तबला, गायन और नृत्य की रियाज कर रहे हैं. कलाकार अपने संगीत और नृत्य के माध्यम से कोरोना वॉरियर्स का हौसला भी बढ़ा रहे हैं.
ऑनलाइन क्लास चलाकर शिष्यों को दे रहे ज्ञान
देश दुनिया में इस गली के रहने वाले संगीतकारों का आज भी बोलबाला है. लाइव कॉन्सर्ट से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक में यहां के कलाकार अपनी मौजूदगी का एहसास करा कर वाराणसी का नाम आज भी ऊंचा कर रहे हैं. लेकिन जब से इस वैश्विक महामारी का दौर है तब से यह कलाकार घर से ही न सिर्फ ऑनलाइन क्लास चलाकर अपने शिष्यों को संगीत का ज्ञान दे रहे हैं, बल्कि कई कार्यक्रमों में ऑनलाइन ही शिरकत भी कर रहे हैं.
संगीत के रियाज में गुजर रहा दिन
इन घरानों ने पूरे दुनिया में नाम कमाया और बनारस के संगीत को विश्व प्रसिद्ध किया. आज भले ही लॉकडाउन के कारण इस गली में लोगों का आवागमन बन्द है, लेकिन बनारस घराने की युवा पीढ़ी के वाद्ययंत्रों के फनकार लॉकडाउन के कहर को संगीत के माध्यम से कम कर रहे हैं, और यह संदेश भी दे रहे हैं कि संकट कितना बड़ा भी हो, यदि हम मजबूत हैं तो कोरोना जैसी महामारी को भी जवाब दिया जा सकता है.