वाराणसी: पर्यटन के विकास व बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार दशाश्वमेध घाट के पास दशकों से खाली पड़ी जगह को मल्टी स्टोरी व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित कर रही है. पर्यटन की दृष्टि से दशाश्वमेध घाट और ये क्षेत्र बेहद महत्वपूर्ण है. क्योंकि यहीं से एक रास्ता बाबा विश्वनाथ के दरबार तक जाता है.
इस कॉम्प्लेक्स में बनारसी खान पान के साथ ही बनारसी पहनावा समेत वाराणसी की खास वस्तुओं की दुकानें होंगी. दशाश्वमेध घाट पुनर्विकास परियोजना में विस्थापित दुकानदारों को इस कॉम्प्लेक्स में समायोजित भी किया जाना है.
बनेंगी सैकड़ों दुकानें, मिलेगा बहुतों को रोजगार
वाराणसी आने वाले पर्यटक गंगा में आस्था की डुबकी लगाने. गंगा आरती या अध्यात्म की तलाश में घाटों पर जरूर आते हैं. दशाश्वमेध घाट की सीढ़ियां उतरने के ठीक पहले दशकों से बेकार पड़ी अर्धनिर्मित जगह को योगी सरकार काम के लायक बना रही है. यहां तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स बन रहा है. जिसमें करीब 200 दुकानें खुलेंगी. जहां 200 लोगों को रोजगार मिलेगा. वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ईशा दुहन ने बताया कि यहां 3 मंजिला कॉम्प्लेक्स का निर्माण हो रहा है. लोअर ग्राउंड फ्लोर पर 68, अपर ग्राउंड फ्लोर पर 42 फूड कोर्ट के लिए आरक्षित होगा. बेसमेंट का पुनर्विकास करते हुए 72 दुकानों का प्रावधान के साथ अन्य प्रायोजन के लिए स्थल आरक्षित किया गया है.
जिसके बाद पर्यटकों को बनारस के मशहूर खान-पान के लिए शहर में भटकना नहीं पड़ेगा. पूड़ी कचौड़ी, जलेबी, ठंडाई, लस्सी और बनारसी पान सब एक ही जगह मिलेगी. इसके अलावा आपको बनारसी साड़ी या बनारस का हैंडीक्राफ्ट जैसे लकड़ी का खिलौना, गुलाबी मीनाकारी, जरदोजी जैसा कोई भी सामान खरीदना होगा तो सभी चीजें यहां मिलेगी. पूजन सामग्रियों की भी यहां दुकानें मौजूद रहेगी.
लगभग 26 करोड़ होंगे खर्च
ईशा दुहन ने बताया कि कॉम्प्लेक्स में सीढ़ियों के साथ-साथ बुजुर्गों और दिव्यांगों की सुविधा के लिए लिफ्ट व एस्केलेटर का भी प्राविधान किया गया है. साथ ही सर्फेस डेवलपमेन्ट के अन्तर्गत भूतल पर पर्यटकों के आराम से बैठने के लिए स्टोन फ्लोरिंग एंव पाथवे भी बनाया जाएगा. साथी ही पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखते हुए हरियाली का भी ध्यान रखा गया है. कॉम्प्लेक्स का निर्माण 3082.04 वर्गमीटर में हो रहा है. लोअर ग्राउंड फ्लोर 991.14 वर्गमीटऱ, अपर ग्राउण्ड फ्लोर 922.96 वर्गमीटर, प्रथम तल पर 922.96 वर्गमीटर क्षेत्रफल में है. इस परियोजना की कुल लागत 28.54 करोड़ रुपये अनुमानित है. वर्तमान में स्थल पर लगभग 25 प्रतिशत कार्य पूर्ण किया जा चुका है. दिसंबर 2021 तक कॉम्प्लेक्स पूरा किए जाने का लक्ष्य है.
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