वाराणसी: केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र नाथ पांडे और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने संयुक्त रूप से जिले के लिए मोबाइल लैब और धनवंतरी चलंत अस्पताल का वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया. ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में मोबाइल लैब घूम-घूमकर ऑन द स्पॉट 76 प्रकार के ब्लड जांच एवं टेलीमेडिसिन की सुविधा प्रदान करेगी. आईसीएमआर के अधिकृत पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसका शुभारंभ किया गया है.
इसके पहले बिहार राज्य के भागलपुर एवं बक्सर जिले में इस सुविधा को शुरू किया गया है. कोरोना संक्रमण काल में लोगों को चिकित्सा परामर्श उपलब्ध कराने में यह कफी कारगार साबित होगा. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में इस तरह की सुविधा उपलब्ध होने से जनता को काफी फायदा होगा. इसके तहत ब्लड जांच की सुविधा के साथ टेलीमेडिसिन की भी व्यवस्था की गई है, जिसके माध्यम से एम्स पटना के विशेषज्ञ डॉक्टरों से ऑन द स्पॉट चिकित्सा परामर्श लिया जा सकता है.
मोबाइल लैब में ब्लड सहित कुल 76 प्रकार की जांच की सुविधा है. मरीजों को एम्स पटना के चिकित्सकों से टेलीमेडिसिन के द्वारा दूरस्थ चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाएगी, मरीजों को दवा आदि के पर्चे का प्रिंट निकालकर दिया जाएगा. सभी मरीजों का रिकार्ड IIIT भागलपुर के विशेष सर्वर एवं मुख्य डाटा सेंटर पर अपलोड किया जाएगा. जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार देख सकती है.
मंत्री ने बताया कि इलाज का विवरण मरीजों को उनके ईमेल और व्हाट्सएप नबंर पर भी भेजा जाएगा. साथ ही इस पर कार्यकारी एजेंसी ऑलसोल टेक्नोलॉजी एक्युस्टर की आईटी टीम निगरानी करेगी. डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड कार्यकारी एजेंसी द्वारा तैयार किया जाएगा. इसमें एम्स पटना और ट्रिपल आईटी भागलपुर का भी सहयोग रहेगा.