वाराणसी: माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी मनाई जाती है. इस साल 16 फरवरी को वसंत पंचमी मनाई जाएगी. इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार यह दिवस वसंत ऋतु के आगमन का प्रथम दिन माना जाता है. धार्मिक ग्रंथों में वसंत को ऋतुराज माना जाता है. वसंत पंचमी का यह त्यौहार आनंद और खुशी का प्रतीक माना जाता है. वसंत ऋतु में जहां पृथ्वी का सौंदर्य निखर उठता है, वहीं उसकी अनुपम छटा देखते ही बनती है. बीएचयू के ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पांडेय ने पंचमी का शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और मान्यताओं के बारे में जानकारी दी.
जानें वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि - वसंत पंचमी की मान्यता
माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी मनाई जाती है. इस साल 16 फरवरी को वसंत पंचमी मनाई जाएगी. इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है. बीएचयू के ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष ने पंचमी का शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और मान्यताओं के बारे में जानकारी दी.
वाराणसी: माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी मनाई जाती है. इस साल 16 फरवरी को वसंत पंचमी मनाई जाएगी. इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार यह दिवस वसंत ऋतु के आगमन का प्रथम दिन माना जाता है. धार्मिक ग्रंथों में वसंत को ऋतुराज माना जाता है. वसंत पंचमी का यह त्यौहार आनंद और खुशी का प्रतीक माना जाता है. वसंत ऋतु में जहां पृथ्वी का सौंदर्य निखर उठता है, वहीं उसकी अनुपम छटा देखते ही बनती है. बीएचयू के ज्योतिष विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार पांडेय ने पंचमी का शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और मान्यताओं के बारे में जानकारी दी.