वाराणसी: धर्मनगरी वाराणसी में आज देवताओं ने जमीन पर उतर कर देव दीपावली का उत्सव मनाया. काशी के 84 घंटों की लंबी श्रृंखला पूरी तरह से रोशनी से नहाई नजर आई. इस मौके पर राजघाट पर यूपी टूरिज्म की तरफ से आयोजित किए गए दीपावली उत्सव में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हिस्सा लिया. यहां पर दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती की तर्ज पर भव्य गंगा आरती का भी आयोजन किया गया.
गंगा आरती संपन्न होने के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यहां पर लेजर शो का भी उद्घाटन किया. इसमें गंगा तट पर लेजर शो के जरिए देव दीपावली के पौराणिक महत्व को बताते हुए इस आयोजन के बारे में विस्तार से बताया गया.
गंगा तट पर लेजर शो
गंगा आरती संपन्न होने के बाद राज्यपाल आनंदीबेन ने यहां पर लेजर शो का भी उद्घाटन किया, जिसमें गंगा तट पर लेजर शो के जरिए देव दीपावली के पौराणिक महत्व को बताते हुए इस आयोजन के बारे में विस्तार से बताया गया.
गंगा आरती के साथ आज काशी के घाटों की भव्य सजावट देखते ही बन रही थी. हर घाट पर सजाए गए लाखों दिये ऐसे लग रहे थे कि मानो जमीन पर आसमान के सारे सितारे उतर आए हैं. घाटों पर अलग-अलग तरीके से रंगोली और दिलों से इन्हें सजाते हुए देव दीपावली पर्व को और भी खास बनाने की कोशिश की गई थी. काशी का यह महापर्व जन्म उत्सव के रूप में मनाया जाता है और आज लाखों दिये जलाकर इस जन्म उत्सव को और भी बृहद रूप दिया गया.
आयोजन में शामिल हुईं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
इस आयोजन में शामिल होने पहुंचीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल में देव दीपावली पर्व को अद्भुत बताते हुए मां गंगा को स्वच्छ एवं साफ रखने की अपील भी लोगों से की. पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने राज्यपाल आनंदीबेन को स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्रम देकर उनको धन्यवाद ज्ञापित किया. राज्यपाल ने लाइट एंड साउंड शो की शुरुआत की और गंगा के ऊपर लेजर शो के जरिए काशी की महिमा और देव दीपावली के पौराणिक महत्व का विस्तार से वर्णन किया गया, जिसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी.