अलीगढ़: दीपावली का त्योहार करीब आ रहा है. तैयारियां भी तेजी पर हैं. जिसके बाद अलीगढ़ में मिट्टी के दीपक और मूर्तियों के साथ ही मिट्टी के अन्य सामान की बिक्री और डिमांड में अचानक तेजी देखी जा रही है. जिसके चलते मिट्टी के कारीगर यानि मिट्टी का सामान बनाने वाले कुंभारों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है. वहीं, उनका कहना है कि सरकार ने हर तरफ मिट्टी से बने सामानों को वरीयता देकर उनके व्यापार में बढ़ोतरी कराई है.
मिट्टी के कारीगरों और उनके काम पर नजर डाले तो एक वक्त था जब हिंदुस्तान में मिट्टी से बने दीपक, मूर्तियां, कुल्लड़ और अन्य सामान प्रयोग में लाए जाते थे. यह सस्ता भी पड़ता था. लेकिन बदलते वक्त के साथ धीरे-धीरे मिट्टी के सामानों की जगह चाइनीज सामान ने मार्केट पर कब्जा कर लिया.
जिसके चलते मिट्टी से बने सामान की डिमांड कम हो गई और कीमत बढ़ने लगी. लेकिन, अब पिछले कुछ समय से चाइनीज आइटम को लोग बायकॉट करने लगे हैं. जिसके चलते एक बार फिर से मिट्टी से बने दीपक, कुल्लड़, मूर्तियों की डिमांड बढ़ चुकी है. लेकिन कहीं न कहीं यह सामान चाइनीज आइटम की अपेक्षा महंगे भी हैं.
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वहीं, कुम्हारों का कहना है कि आगामी पांच दिवसीय दीपावली के त्योहार के चलते दीपक, कुल्लड़, मूर्तियां और अन्य सामानों की डिमांड बढ़ गई है, इसीलिए पिछले तीन महीनों से डिमांड के अनुसार सामान बनाने में जुटे हुए हैं. कुम्हारों का यह भी कहना है कि सरकार अगर मौजूदा समय में चलन में लाए जा रहे चाइनीस डिस्पोजल पर भी रुकावट लगवा दें, तो मिट्टी का यही काम और भी अधिक फल फूल जाएगा. वहीं, दुकानदारों ने भी चाइनीस आइटम को बॉयकॉट कर मिट्टी से बने सामान को बेचने पर वरीयता शुरू कर दी है.