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काशी तमिल संगमम: बनारस पहुंचे दल ने हनुमान घाट पर किया गंगा स्नान, घूमीं गलियां - तमिल मेहमानों का बनारस में स्वागत

काशी तमिल संगमम के दूसरे संस्करण में दक्षिण भारत से लोगों का आना जारी है. तामिलनाडु से पहुंचे एक दल ने गंगा स्नान कर बनारस की गलियां भी घूमी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 26, 2023, 10:17 PM IST

वाराणसीः काशी तमिल संगमम का दूसरा संस्करण वाराणसी में आयोजित हो रहा है. बीते 17 दिसंबर को चेन्नई से मेहमानों का पहला जत्था काशी आया था. इनका वाराणसी में जोरदार स्वागत किया गया था. तब से लेकर अभी तक तमिलनाडु से पांच दल आ चुके हैं. इस दल में किसानों और कारीगर शामिल हैं. इस ग्रुप को नर्मदा नाम दिया गया है. इन लोगों ने हनुमान घाट पर गंगा स्नान किया. इसके बाद सभी ने घाट पर स्थित प्राचीन मंदिरों में दर्शन-पूजन किया. इस दौरान वहां मौजूद आचार्यों ने सभी को घाट पर स्थित मंदिरों के इतिहास के बारे में जानकारी दी. साथ ही सभी ने सुब्रह्मण्यम भारती के घर के पास पुस्तकालय का भी भ्रमण किया.

बता दें कि काशी पहुंचा तमिल मेहमानों का पांचवां दल वाराणसी की गलियों में भ्रमण कर रहा है. तमिल मेहमान हनुमान घाट स्थित सुब्रह्मण्य भारती के घर भी गए, जहां पर उन लोगों ने सुब्रमण्यम भारती के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. वहां से पांचवां दल कांची निकलकर मठ पहुंचा, जहां पं वेंकट रमण घनपाठी ने मठ के इतिहास के बारे में उन्हें जानकारी दी. इसके साथ ही काशी पहुंचे दल के लोगों में मंदिर भ्रमण को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला. यहां पर लोगों ने अपने फोन और कैमरे में तस्वीरें कैद कीं. बता दें कि अब तक 17 तारीख से लेकर आज तक 5 दल आ चुके हैं.

वाराणसी रेलवे ने भी इस पूरे कार्यक्रम को संभाला हुआ है. IRCTC के माध्यम से इस पूरी यात्रा की देख-रेख की जा रही है. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लगभग 30,000 पंजीकरण हुआ, जिसमें से 1500 लोगों को चुना गया. इन्हें काशी सात शिफ्ट में पहुंचना है. तमिलनाडु और पुडुचेरी के लगभग 1500 लोगों को सात समूहों में बांटा गया है. ये सभी प्रयागराज और अयोध्या का भी भ्रमण करेंगे. इस संगमम को यादगार बनाने के लिए रेलवे ने सात जोड़ी विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया था. इसी स्पेशल ट्रेनों से अतिथियों का आवागमन हो रहा है, जिसमें से कि 5 दल अब तक आ चुके हैं.

वाराणसीः काशी तमिल संगमम का दूसरा संस्करण वाराणसी में आयोजित हो रहा है. बीते 17 दिसंबर को चेन्नई से मेहमानों का पहला जत्था काशी आया था. इनका वाराणसी में जोरदार स्वागत किया गया था. तब से लेकर अभी तक तमिलनाडु से पांच दल आ चुके हैं. इस दल में किसानों और कारीगर शामिल हैं. इस ग्रुप को नर्मदा नाम दिया गया है. इन लोगों ने हनुमान घाट पर गंगा स्नान किया. इसके बाद सभी ने घाट पर स्थित प्राचीन मंदिरों में दर्शन-पूजन किया. इस दौरान वहां मौजूद आचार्यों ने सभी को घाट पर स्थित मंदिरों के इतिहास के बारे में जानकारी दी. साथ ही सभी ने सुब्रह्मण्यम भारती के घर के पास पुस्तकालय का भी भ्रमण किया.

बता दें कि काशी पहुंचा तमिल मेहमानों का पांचवां दल वाराणसी की गलियों में भ्रमण कर रहा है. तमिल मेहमान हनुमान घाट स्थित सुब्रह्मण्य भारती के घर भी गए, जहां पर उन लोगों ने सुब्रमण्यम भारती के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. वहां से पांचवां दल कांची निकलकर मठ पहुंचा, जहां पं वेंकट रमण घनपाठी ने मठ के इतिहास के बारे में उन्हें जानकारी दी. इसके साथ ही काशी पहुंचे दल के लोगों में मंदिर भ्रमण को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला. यहां पर लोगों ने अपने फोन और कैमरे में तस्वीरें कैद कीं. बता दें कि अब तक 17 तारीख से लेकर आज तक 5 दल आ चुके हैं.

वाराणसी रेलवे ने भी इस पूरे कार्यक्रम को संभाला हुआ है. IRCTC के माध्यम से इस पूरी यात्रा की देख-रेख की जा रही है. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लगभग 30,000 पंजीकरण हुआ, जिसमें से 1500 लोगों को चुना गया. इन्हें काशी सात शिफ्ट में पहुंचना है. तमिलनाडु और पुडुचेरी के लगभग 1500 लोगों को सात समूहों में बांटा गया है. ये सभी प्रयागराज और अयोध्या का भी भ्रमण करेंगे. इस संगमम को यादगार बनाने के लिए रेलवे ने सात जोड़ी विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया था. इसी स्पेशल ट्रेनों से अतिथियों का आवागमन हो रहा है, जिसमें से कि 5 दल अब तक आ चुके हैं.

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