वाराणसी: काशी नरेश परिवार में सम्पति विवाद का मामला फिर सामने उभर कर आया है. इसके तहत महाराज कुमारी विष्णुप्रिया ने मीडिया से बात करते हुए योगी-मोदी से गुहार लगाते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए. महाराज राजकुमारी विष्णुप्रिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना जब से शुरू हुआ है सुबह बिजली-पानी काट दिया जाता है. इससे महाराज राजकुमारी को पानी और बिजली की समस्या से गुजरना पड़ता है. उन्होंने कहा कि रामनगर किले से टिकट का जो पैसा मिलता था उसे 10 सालों से नहीं दिया जा रहा है.
काशी राज परिवार के वंशज स्व. महाराजा विभूति नारायण सिंह की तीन पुत्रियों महाराज कुमारी विष्णुप्रिया, महाराज राजकुमारी हरिप्रिया व महाराज कुमारी कृष्णप्रिया और महाराज के पुत्र डॉ अनंत नारायण सिंह हैं. विष्णुप्रिया ने बताया कि महाराज द्वारा जो धन संपदा छोड़ी गई है, उसके बराबर के अंश और हकदार के उत्तराधिकारी हैं.
महाराज राजकुमारी विष्णुप्रिया ने बताया कि वह 2001 में इलाहाबाद कुंभ से लौटी तो उनके नौकर ने बताया कि शत्रुघ्न सिंह ने पटवारी को 20-20 हजार रुपये देकर आप लोगों का नाम कटवा दिया है. इसके पहले पेट्रोल पंप बनवाया गया था तो भी हमने कुछ नहीं बोला पर जब उसे बेचा गया तो मैंने विरोध किया.
महाराज राजकुमारी विष्णुप्रिया ने भाई अनंत कुमार पर सिनेमा हॉल के सामने जमीन बेचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जमीन पर लोन था उसे पूरा करने के लिए सिनेमा हॉल के आगे की जमीन बेचनी पड़ी तो बाबूजी ने एक ही बात कही कि अगर परेड की जमीन को आप लोग बेच देंगे तो आपके भाई को बनारस महाराज कौन कहेगा. पैसा और नाम से महाराज कोई नहीं बनता है. जिसके पास संपत्ति होती है उसे ही महाराज माना जाता है. इसलिए मैंने जमीन बेच दिया.
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विष्णुप्रिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पिता बताते हुए न्याय की मांग की. वह उनकी बेटी के समान हैं. बेटी को न्याय दिलाने का कार्य करें अन्यथा उनके पास भीख मांगने के सिवा कोई काम नहीं बचेगा. उन्होंने कहा कि राज्य के मुखिया ही प्रजा के पिता समान होते हैं और मैं उनकी पुत्री के समान हूं.