लखीमपुर खीरी: लखीमपुर के आर्यावर्त बैंक का एक अजब कारनामे का खुलासा हुआ है. मामला जिले की तहसील निघासन का है. जहां बैंक कर्मचारियों ने मुर्दे के नाम पर साल 2022 में तीन लाख का किसान क्रेडिट कार्ड का लोन पास कर दिया. दलाल और बैंक कर्मचारियों ने मिलकर लोन निकाल कर आपस में बंदर बांट कर लिया. इस लोन की जानकारी परिजनों को होने पर बैंक पहुंचे तो जानकारी मिली. जिसके बाद पीड़ित परिवार के लोग ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया और पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग की है.
जिले के थाना पढुआ क्षेत्र के गांव छेदुई पतिया भदुरइहा के निवासी ऑफिसर अली के पिता इब्राहिम अली की मृत्यु तीस वर्ष पहले हो गई थी. कटान से परेशान होकर आफिसर अली गांव छोड़कर दूसरे गांव में रहने लगे. यहीं से अपनी जमीन देख रेख करने जाया करते थे. अभी दो दिन पहले आफिसर अली ने जमीन की दाखिल खारीज कराने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल से मिले तो लेखपाल ने इंतखाब और खतौनी मांगी. जिसके बाद किसान ऑफिसर अली जन सेवा केंद्र पर पहुंचे. जहां पर उनको जानकारी मिली की इंतखाब पर 3 लाख का लोन निकला हुआ है और सारी जमीन बैंक में बंधक है.
परेशान किसान सुजानपुर के आर्यावर्त बैंक की शाखा प्रबंधक से मिलने गया तो शाखा प्रबंधक ने बताया कि आपकी जमीन पर साल 2022 में किसान क्रेडिट कार्ड से तीन लाख का लोन पास हुआ है तो ऑफिसर अली ने शाखा प्रबंधक को जवाब दिया कि मेरे पिता की मृत्यु करीब 30 वर्ष पहले हो चुकी है. फिर यह लोन किसने और कब निकलवाया. जिसको लेकर शाखा प्रबंधक और ऑफिसर अली में बैंक के अदंर जमकर बहस भी हुई. उसके बाद आफिसर अली पढुआ थाने में एक शिकायत पत्र देकर के न्याय दिलाने की गुहार लगाई.
वहीं इस पूरे मामले में पढुआ थाना प्रभारी निराला तिवारी ने बताया की, तहरीर मिली है. जांच चल रही है. यह सही बात है कि उसके पिता की मृत्यु 30 साल पहले हो चुकी है. लेकिन मुर्दे को लोन यह पहली बार जिले में देख रहे हैं. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं मामले पर बैंक के बड़े अधिकारियों से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है.