वाराणसी: जिले में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और संक्रमित मरीजों तक मदद पहुंचाने के लिए 'काशी कवच' सुविधा की शुरुआत की गई है. इसके तहत लोग घर में रहकर भी डॉक्टरों की सलाह ले सकेंगे और टेलीमेडिसिन के माध्यम से अपना इलाज करा सकेंगे. डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि इस व्यवस्था के तहत वाराणसी शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में काम करने वाले डॉक्टर जो आईएमए के सदस्य हैं, वे टेलीमेडिसिन से लोगों का उपचार करेंगें.
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टेलीमेडिसिन के जरिए मरीजों का होगा इलाज
जिलाधिकारी के मुताबिक उन सभी डॉक्टरों की लिस्ट जल्द ही अपडेट कराई जाएगी. जो जनता को टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराएंगे. डीएम ने कहा कि डॉक्टर एवं मरीजों के बीच की बातें व्यक्तिगत होंगी. साथ ही इस सेवा के लिए ली जाने वाली फीस का निर्धारण भी डॉक्टर स्वयं करेंगे. इस सुविधा से कोरोना के प्राथमिक लक्षण दिखने के बाद लोगों को किस प्रकार से घरेलू उपचार करने की जरूरत है और किन दवाओं को लेने की जरूरत है, इसकी उन्हें सही जानकारी हो सकेगी. जिससे इस बीमारी को आगे बढ़ने से रोका जा सकेगा.
मील का पत्थर साबित होगी ये सेवा
जिलाधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना एक बड़ा चैलेंज है. इससे मरीज और उनके तीमारदारों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस व्यवस्था से मरीज अस्पताल जाने से बच सकेंगे. साथ ही उनकी देखरेख बेहतर निगरानी में हो सकेगी. उन्होंने बताया कि आगे चलकर टेलीमेडिसिन को और व्यापक स्तर पर विकसित किया जाएगा. जिसमें दवाएं, जांच करने व जांच रिपोर्ट को मरीज व डॉक्टर तक उपलब्ध कराने के लिए भी बेहतर सुविधा होगी. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से 'काशी कवच' जनता के लिए अत्यंत उपयोगी होगा और कोरोना में मील का पत्थर साबित होगी.