वाराणसीः 30 नवंबर को पीएम मोदी केआगमन को लेकर काशी में तैयारियों का दौर शुरू हो गया है. कहीं सड़कों के डिवाइडर को साफकर रंगाई और पुताई का काम किया जा रहा हैं, तो कहीं सड़कों और घाटों पर साफ-सफाई का काम चल रहा है. काशी में सभी अधिकारी और कर्मचारी इन दिनों काशी को संवारने में जुटे हुए हैं, लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर क्यों वीआईपी आगमन पर ही काशी को सजाया और संवारा जाता है. आम दिनों में विभागीय अधिकारी क्यों उदासीन रहते हैं.
पीएम मोदी के आगमन को लेकर चल रही तैयारियां
ईटीवी से बातचीत में सफाई कर रह लोगों ने बताया कि वह इन दिनों साफ-सफाई कर रहे हैं. उनका कहना था कि हमारे प्रधानमंत्री बनारस आ रहे हैं, तो बनारस को चकाचक करना है. उन्होंने बताया कि 15 से 20 दिनों से साफ-सफाई और रंगाई-पुताई का काम चल रहा है जोकि इन दिनों अपने अंतिम चरण में है.
आम दिनों में क्यों उदासीन रहते हैं अधिकारी
ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर आम दिनों में क्यों अधिकारी उदासीन रहते हैं. अमूमन ऐसा देखा जाता है कि जब शहर में वीआईपी मूवमेंट होना होता है, तभी बैरिकेडिंग बनवाई जाती है. डिवाइडर ठीक कराया जाता हैं. सड़कों के किनारे लगे गंदगी के अंबार को हटाया जाता है. यदि आम दिनों में भी अधिकारी वाराणसी को संवारते तो वीआईपी मूवमेंट के समय ही नहीं, बल्कि आम दिनों में भी काशी सुंदर नजर आती.
30 नवंबर को वाराणसी आ रहे हैं पीएम
देव दीपावली के मौके पर 30 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी आ रहे हैं, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. जिन रास्तों से पीएम का काफिला गुजरेगा, उन सड़कों पर बैरिकेडिंग भी जी रही है, जिससे वाहनों का डायवर्जन आसानी से किया जा सके और लोगों को सड़क पर आने से रोका जा सके.