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वाराणसी: महादेव की भक्ति में सराबोर कांवड़िये, दण्डवत कर पहुंचे बाबा धाम

पवित्र सावन माह के दूसरे सोमवार पर काशी में महादेव के भक्तों का जमावड़ा देखने को मिला. इस दौरान कांवड़ियों का जत्था काशी विश्वनाथ बाबा के दर्शन कर जलाभिषेक करने को आतुर दिखाई दिया.

काशी में कांवड़ियों का जत्था देखने को मिला
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Published : Jul 29, 2019, 12:29 PM IST

वाराणसी: सावन के दूसरे सोमवार पर काशीवासी महादेव के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं. शहर में कावड़ियों का हुजूम सा उतरता दिखाई दे रहा है. जहां एक तरफ सभी कांवड़िया बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने के लिए दूर-दूर से शहर आ रहे हैं तो वहीं कई ऐसे कावड़ यात्री भी हैं, जो बाबा की भक्ति में सराबोर होकर दंडवत बाबा के दर्शन करने काशी पहुंचे हैं.

दण्डवत प्रणाम करते हुये बाबा धाम पहुंचे कांवड़िया.

महादेव के रंग में रंगे कांवड़िये-
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में श्रद्धा और भक्ति से सराबोर कावड़ियों के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. सावन के दूसरे सोमवार के दिन कावड़ियों का एक जत्था बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचा, जो अपने आराध्य तक दंडवत पहुंचने की कामना लिए शहर आया है. बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए कांवड़ दंडवत होकर कई किलोमीटर पहले से ही मंदिर तक पहुंच रहे हैं.

सुलतानपुर से आए कांवड़िये बताते हैं कि इनकी पूरी टोली बाबा से सुख और समृद्धि की कामना लिए काशी पहुंची है और बाबा को जल चढ़ाकर अपनी मन्नत पूरी करना चाहती है. बाबा तक पहुंचने के लिए यह लगभग 3 से 4 किलोमीटर तक दंडवत प्रणाम करते हुए बाबा के दर तक आए हैं और बाबा का जलाभिषेक करेंगे.

वाराणसी: सावन के दूसरे सोमवार पर काशीवासी महादेव के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं. शहर में कावड़ियों का हुजूम सा उतरता दिखाई दे रहा है. जहां एक तरफ सभी कांवड़िया बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने के लिए दूर-दूर से शहर आ रहे हैं तो वहीं कई ऐसे कावड़ यात्री भी हैं, जो बाबा की भक्ति में सराबोर होकर दंडवत बाबा के दर्शन करने काशी पहुंचे हैं.

दण्डवत प्रणाम करते हुये बाबा धाम पहुंचे कांवड़िया.

महादेव के रंग में रंगे कांवड़िये-
बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में श्रद्धा और भक्ति से सराबोर कावड़ियों के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. सावन के दूसरे सोमवार के दिन कावड़ियों का एक जत्था बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचा, जो अपने आराध्य तक दंडवत पहुंचने की कामना लिए शहर आया है. बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए कांवड़ दंडवत होकर कई किलोमीटर पहले से ही मंदिर तक पहुंच रहे हैं.

सुलतानपुर से आए कांवड़िये बताते हैं कि इनकी पूरी टोली बाबा से सुख और समृद्धि की कामना लिए काशी पहुंची है और बाबा को जल चढ़ाकर अपनी मन्नत पूरी करना चाहती है. बाबा तक पहुंचने के लिए यह लगभग 3 से 4 किलोमीटर तक दंडवत प्रणाम करते हुए बाबा के दर तक आए हैं और बाबा का जलाभिषेक करेंगे.

Intro:वाराणसी। सावन के सोमवार में काशीवासी महादेव के रंग में रंगे नजर आते हैं। शहर में कावड़ियों का हुजूम सा उतरता दिखाई देता है। जहां एक तरफ सभी कांवरिया बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने के लिए दूर-दूर से शहर में आ रहे हैं तो वहीं कई ऐसे कावड़ यात्री भी है जो बाबा की भक्ति में सराबोर होकर दंडवत बाबा के दर्शन करने काशी पहुंचे हैं।


Body:VO1: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में कावड़ियों के अलग-अलग रंग देखने को मिल जाएंगे श्रद्धा और भक्ति से सराबोर सावन के महीने में काशी में नजारा ही कुछ और होता है जहां बोल बम के नारों के साथ ही केसरिया रंग में रंगे हुए घाट और बाबा के मंदिर नजर आते हैं सावन के दूसरे सोमवार के दिन ऐसे ही कावड़ियों का एक जत्था बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने पहुंचता दिखाई दिया जो अपने आराध्य तक दंडवत पहुंचने की चेष्टा लिए शहर आया है बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए यह कार्य दंडवत होकर कितने ही किलोमीटर से बाबा के मंदिर तक पहुंच रहे हैं और उनको जल चढ़ा रहे हैं। सुल्तानपुर से आये कांवरिये बताते हैं कि इनकी पूरी टोली बाबा से सुख और समृद्धि की कामना लिए काशी पहुंची है और बाबा को जल चढ़ाकर अपनी मनौती पूरी करना चाहती है। बाबा तक पहुंचने के लिए यह लगभग 3 से 4 किलोमीटर तक दंडवत प्रणाम करते हुए बाबा के दर तक आए हैं और इसी तरह बाबा को जल चढ़ाने के बाद अपनी मनोकामना उनसे कह कर अब अपने जनपद लौटेंगे।

बाइट: किशन कुमार, सुल्तानपुर से आए कांवड़िया


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