वाराणसी: सावन का पवित्र महीना चल रहा है. लेकिन, इस सावन के पवित्र महीने में भी केंद्र सरकार की तरफ से आटा, दूध, दही और छाछ पर लगाए गए 5 प्रतिशत जीएसटी को लेकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. आज सावन के दूसरे सोमवार के मौके पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए यहां भक्तों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिली. वहीं, इस भीड़ में एक कांवड़िया कांवड़ पर रोटी, छाछ का पैकेट, दही लेकर बाबा विश्वनाथ के द्वार पहुंचा. इसका कहना था कि केंद्र की तरफ से खाद्य सामग्री पर लगाए गए जीएसटी का विरोध वह अपने तरीके से कर रहा है और बाबा विश्वनाथ का दर्शन करके केंद्र में बैठे नेताओं को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना करेगा.
दरअसल, कांग्रेस नेता हरीश मिश्रा लगातार केंद्र सरकार की नीतियों का अपने तरीके से कुछ अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन करते रहे हैं. सावन के महीने में उन्होंने विरोध का एक नया तरीका चुना है. हरीश केसरिया कपड़ों में कंधे पर कांवड़ उठाकर बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे थे. हरीश मिश्रा का कहना था कि उन्होंने मां गंगा में स्नान करने के बाद वहां से कांवड़ में जल लिया है और जल लेकर बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने जा रहे हैं.
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उन्होंने अपनी कांवड़ में बनाई गई रोटी, छाछ का पैकेट, दही और दूध सारी सामग्री को भी शामिल किया है. हरीश का कहना था कि केंद्र सरकार ने इन पर टैक्स लगाकर जनता को परेशान करने का काम किया है. इतिहास में पहली बार ऐसा मौका आया है, जब रोटी और दूध पर टैक्स लग रहा है. यह पब्लिक को दर्द देने वाला है. इसलिए बाबा विश्वनाथ के दर पर वे इन सब चीजों को लेकर पहुंचे हैं. वे बाबा से यही कामना करते हैं कि केंद्र सरकार में बैठे नेताओं को सद्बुद्धि मिले और उनको यह समझाएं कि इन चीजों पर टैक्स लगाकर पब्लिक का भला नहीं बल्कि नुकसान ही हो रहा है.
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