वाराणसी: जिले में भूमिहीन किसानों को कृषि कार्य के लिये 18 साल पहले सरकार द्वारा जमीन आवंटित की गयी थी. आंवटित भूमि पर गांव के ही लोगों ने आवंटन के समय से ही कब्जा कर रखा था. इस मामले में रविवार को आवंटियों को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में कब्जा दिलाया गया.
- जिले के पूरबपुर अहरक गांव के रहने वाले भूमि हीन किसानों को वर्ष 2002 में कृषि कार्य के लिए जमीन आवंटित की गई थी.
- आंवटित भूमि पर गांव के ही कुछ लोगों ने आवंटन से पूर्व ही कब्जा कर रखा था.
- आवंटियों ने इस बारे में एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया और न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद आवंटियों को कब्जा दिलाया.
जिले के पूरबपुर अहरक गांव के रहने वाले भूमि हीन किसान महादेव, लालदेव, लालजी, हरदेव, शिवमुरत, अशर्फी, सहदेव, सच्चे लाल, शोभा, जगधारी, रामदेव, दीना, मुकुंद सहित कई अन्य किसानों को वर्ष 2002 में आराजी नंबर 217 में हर व्यक्ति को तीन से चार बिस्वा जमीन कृषि कार्य के लिए आवंटित की गई थी. आवंटित भूमि पर गांव के ही कुछ लोग आवंटन से पूर्व ही कब्जा जमाये थे, जिसके चलते आवंटियों को भूमि पर कब्जा नहीं मिल रहा था. इस मामले में आवंटियों ने कई बार अधिकारियों को पत्रक देकर न्याय की गुहार लगाई, लेकिन न्याय नहीं मिला और 18 साल गुजर गये.
दर्द सुनकर एसडीएम ने लिया तुरंत एक्शन
आवंटियों द्वारा इस बारे में एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर अपना दर्द बयां किया गया और न्याय की गुहार लगायी गयी. एसडीएम पिंडरा जयप्रकाश ने मामले में तुरंत एक्शन लिया और तहसीलदार पिंडरा और स्थानीय पुलिस को अवैध रूप से कब्जा किये लोगों का भूमि से कब्जा हटवाने का निर्देश दिया. रविवार को राजस्व विभाग की टीम के साथ ही बड़ागांव थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और आवंटियों को कब्जा दिलाया.