वाराणसी: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के प्रदेशव्यापी आन्दोलन के तहत वाराणसी में शास्त्री घाट पर इकट्ठा हो कर 13 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्श किया. पार्टी के कार्यकर्ताओं का मानना है कि जिस तरीके से लॉकडाउन होने के बाद केंद्र सरकार ने रणनीति तय की जो देश के लिए बेहद घातक है.
कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से किसानों और बेरोजगारों को बेहद मुसीबतें झेलनी पड़ी है. वहीं बिजली का बिल, छात्रों की फीस आदि देने में जनता बेहद परेशान है. इसे जल्द से जल्द केंद्र सरकार को माफ करना चाहिए.
कार्यकर्ताओं की मांगे
कोरोना महामारी काल के बिजली बकाए, पानी एवं गृहकर आदि माफ किया जाए, 7500 रूपये तत्काल गैर आयकर दाताओं को प्रतिमाह दिया जाए. सभी जरूरतमंदों को प्रति व्यक्ति 10 किलो प्रतिमाह निःशुल्क अनाज दिया जाए, मनरेगा में काम चाहने वाले सभी को कम से कम 200 दिन का काम और 600 रूपये प्रतिदिन मजदूरी दी जाए. बकाया मजदूरी अदा कि जाए. किसानों एवं बुनकरों को फिक्स रेट पर बिजली दी जाए, किसानों के नलकूप एवं आम उपभोक्ताओं के मनाना विद्युत लोड बढ़ाना बंद किया जाए.
कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिस तरीके से मनरेगा पूरे देश में चलाया जा रहा है उसी तर्ज पर कोई ऐसी स्कीम लानी चाहिए शहर में ताकि शहर में रहने वाले मजदूरों को भी मजदूरी करने पर मेहनताना मिल सके.