वाराणसी: वाराणसी लोकसभा सीट से बाहुबली नेता और पूर्व सांसद अतीक अहमद के प्रतिनिधि ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर उनका नामांकन दाखिल किया. अतीक अहमद ने नामाकंन दाखिल करने के लिए कोर्ट से बेल मांगी थी, लेकिन उनको बेल नहीं मिल पाई, जिस वजह से उनके प्रतिनिधि शाहनवाज आलम ने उनका नामांकन दाखिल किया.
दरअसल, नैनी जेल में बंद बाहुबली नेता और पूर्व सांसद अतीक अहमद वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ निर्दलीय ताल ठोंक रहे हैं. एक दिन पहले ही अतीक अहमद की पत्नी ने प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उनके वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, जिसके बाद अतीक अहमद ने कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर चुनाव प्रचार और नामांकन के लिए बेल मांगी गई थी, लेकिन सोमवार को उनकी बेल को कोर्ट ने खारिज कर दिया, जिसके बाद उसके प्रतिनिधि के तौर पर शहनवाज आलम ने वाराणसी में कलेक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन दाखिल किया.
अतीक अहमद के प्रतिनिधि शहनवाज आलम ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वाराणसी में हमारी माइनॉरिटी बहुत ही मजबूत है. इसी के आधार पर हम यहां से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. हमें कई अन्य दलों का समर्थन मिल रहा है. हो सकता है अन्य पार्टियां अपना पर्चा वापस लेकर हमें समर्थन दें. फिलहाल अतीक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. शहनवाज ने कहा कि वाराणसी से चुनाव लड़ने के पीछे अतीक अहमद का मकसद सिर्फ इतना है कि पांच सालों तक देश में जो बेरोजगारी, गरीबी और भुखमरी बढ़ाने का काम पीएम मोदी ने किया है, उसका जवाब वाराणसी में उनके खिलाफ चुनाव लड़कर और जीतने के बाद दिया जाए.