वाराणसी: आईआईटी बीएचयू ने अकादमिक सत्र 2020-21 से अपने छात्रों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में अधिकतम 40 छात्रवृत्तियां देने के संबंध में रिलायंस फाउंडेशन के साथ स्वीकृति पर हस्ताक्षर किए हैं.
छात्रवृत्ति को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी और रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता अंबानी ने लांच किया है. छात्रवृत्ति शैक्षणिक वर्ष 2020-21 सत्र से आरंभ हो जाएगी.
स्कॉलरशिप का होगा विस्तार
संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि छात्रवृत्ति का मुख्य उद्देश्य आईआईटी बीएचयू के प्रतिभाशाली छात्रों को बौद्धिक रूप से और सशक्त बनाना है. इस पहल से नए स्काॅलर्स की एक कम्यूनिटी का निर्माण होगा, जो कल के भारत के वैश्विक लीडर बन कर उभरेंगे. भविष्य छात्रवृत्ति के अंतर्गत कवर किए गए क्षेत्र का विस्तार करने का इरादा है. जिससे अन्य क्षेत्रों में अध्ययनरत छात्रों को भी ऐसी स्काॅलरशिपक का लाभ मिल सके.
ऐसे मिलेगा स्कॉलरशिप
इस सबंध में जानकारी देते हुए शैक्षणिक मामलों के डीन, प्रोफेसर श्याम बिहारी द्विवेदी ने बताया कि छात्रवृत्ति का लाभ उठाने के लिए, छात्रों को अपने पहले वर्ष में दाखिला लेने और कंप्यूटर विज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) या एआई में डिग्री हासिल करने की आवश्यकता है. चयनित स्नातक स्कालर्स को चार (4) वर्ष की अवधि के लिए प्रति वर्ष एक लाख के आधार पर कुल चार लाख रूपये दिए जाएंगे.
वहीं, चयनीत स्नातकोत्तर स्कालर्स को 2 वर्ष की अवधि के लिए प्रति वर्ष 3 लाख रूपये के आधार पर 6 लाख रूपये दिए जाएंगे. छात्रों का चयन विशुद्ध रूप से आवेदकों की व्यक्तिगत योग्यता पर होगा. जैसा कि रिलायंस फाउंडेशन के स्वतंत्र विशेषज्ञ पैनलिस्टों द्वारा मूल्यांकन किया गया है. आईआईटी बीएचयू के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग का अध्ययन कर रहे बीटेक 4 वर्ष, बीटेक-एमटेक डुअल डिग्री 5 वर्ष और मैथमैटिक्स एवं कंप्यूटिंग में बीटेक-एमटेक की डुअल डिग्री पांच वर्ष के छात्र इस स्काॅलरशिप के लिए आवेदन कर सकेंगे.
इसे भी पढे़ं- कोरोना काल के बाद सरकारी अस्पतालों में बढ़ रहीं सुविधाएं