वाराणसी: धर्म की नगरी काशी में ऊपर वाले की इबादत करने के हजारों रंग मिल जाएंगे. एक ऐसा ही वाकया ईद के दिन देखने को मिला, जहां एक हिंदू ने 29 दिन के रोजे रखकर मुसलमान भाइयों के साथ ईद भी मनाई और उनके लिए शरबत भी बटवाए.
- वाराणसी में रहने वाले हरीश मिश्रा ने रमजान के महीने में अपने मुस्लिम भाइयों के जैसे ही 29 दिनों का रोजा रखा.
- बुधवार को ईद के दिन रोजा तोड़ने के लिए हरीश ने अपने हाथों से शरबत पिलाकर रोजा खुलवाया.
- हरीश मिश्रा का कहना है कि ऊपर वाले की इबादत का यह तरीका वह पिछले 5 साल से अपना रहे हैं.
- जिस तरह वह नवरात्र के 9 दिनों में उपवास रखते हैं. उसी तरह वह रमजान के पूरे महीने रोजा भी रखते हैं.
- ऊपर वाले की मदद करने का यह तरीका उन्होंने बनारस के इतिहास से सीखा है.
- हरीश मिश्रा ने कहा कि यह वह जगह है जहां मिर्जा गालिब भी थे और तुलसीदास भी.
- बनारस का रस इसी में है कि यहां गंगा जमुनी तहजीब हमेशा ही नजर आती रही है.
- इसी तहजीब को जिंदा रखने के लिए बनारस में हिंदू-मुस्लिम कौमी एकता की एक मिसाल पिछले कई सालों से पेश की जा रही है और आगे भी की जाती रहेगी.