वाराणसी: देश की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले वाराणसी में अस्सी घाट पर रविवार को अलग ही नजारा देखने को मिला, जहां 21 प्रकार के दिव्यांग छात्रों ने अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं उनकी शानदार प्रस्तुति को देखकर हर कोई अपने दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गया और तालियों से उनका अभिवादन किया.
अस्सी घाट पर दिव्यांग छात्र-छात्राओं का कार्यक्रम
विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर अस्सी घाट पर रविवार की सुबह बनारस मंच पर दिव्यांग संगम का आयोजन किया, जिसमें लगभग 21 प्रकार के दिव्यांग छात्रों ने सम्मिलित हुए. कार्यक्रम में 80 छात्रों ने अपनी प्रस्तुति दिखाई. कार्यक्रम के बाद छात्रों को पुरस्कृत किया गया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई.
दिव्यांग छात्र-छात्राओं ने गंगा की शुद्धता, बढ़ता प्रदूषण, बढ़ती जनसंख्या आदि विषयों पर नाटक प्रस्तुत कर लोगों को जगाने का प्रयास किया और अपने नाटक के माध्यम से लोगों को संदेश भी दिया.
हमारा बस एक ही मकसद है कि इन छात्रों के अंदर की जो कला है, वह बाहर निकले, जिससे यह खुद को अकेला महसूस न करें.
डॉ. उत्तम ओझा, संयोजक