ETV Bharat / state

वाराणसी: तीन दिवसीय स्वर्ण वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ

author img

By

Published : Oct 11, 2019, 4:24 PM IST

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ सूर्य उदय के साथ पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने प्राणायाम और युग ध्यान से किया. आर्य समाज के संरक्षक एमडीएच मसाले के संस्थापक धर्मपाल ने ध्वजारोहण किया.

तीन दिवसीय स्वर्ण वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ

वाराणसी: जिले के रामनाथ चौधरी सोच संस्थान वाटिका सुंदरपुर में स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ सूर्य उदय के साथ पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने प्राणायाम और युग ध्यान से किया. वहीं, ध्वजारोहण आर्य समाज के संरक्षक एमडीएच मसाले के संस्थापक पद्म भूषण महाशय धर्मपाल ने किया. इसके बाद समस्त विश्व में शांति के लिए यज्ञ किया गया, जिसमें वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ आहुति दी गई.

तीन दिवसीय स्वर्ण वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ

स्वामी दयानंद सरस्वती शास्त्रार्थ के 150 वर्ष-

  • धर्म और आध्यात्म की नगरी काशी से विदेश के हर विभूति गहरा नाता रहा है.
  • शुक्रवार को 150 वर्ष पूर्व ऋषि दयानंद काशी में आए और शास्त्रार्थ किया.
  • आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती के शास्त्रार्थ के 150 वर्ष पूरे हो गए हैं.
  • शास्त्रार्थ के 150 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आयोजन किया गया.
  • महासम्मेलन 3 दिवसीय है, जिसमें देश सहित विदेश आर्य समाज के संत साधु सम्मिलित थे.

यह भी पढ़ें: बिहार के छपरा में ट्रेन के आगे मौत का LIVE स्टंट

काशी स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आज उद्घाटन सत्र है. इसमें सबसे पहले यज्ञ किया गया है. यजुर्वेद की अध्याय से आहुतियां दी गई हैं. इसके बाद ध्वजारोहण किया गया. इसके साथ तीन दिवसीय स्वामी शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ हुआ.
-स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती, महामंत्री, आर्य प्रतिनिधि सभा

वाराणसी: जिले के रामनाथ चौधरी सोच संस्थान वाटिका सुंदरपुर में स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आयोजन किया गया. इसका शुभारंभ सूर्य उदय के साथ पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने प्राणायाम और युग ध्यान से किया. वहीं, ध्वजारोहण आर्य समाज के संरक्षक एमडीएच मसाले के संस्थापक पद्म भूषण महाशय धर्मपाल ने किया. इसके बाद समस्त विश्व में शांति के लिए यज्ञ किया गया, जिसमें वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ आहुति दी गई.

तीन दिवसीय स्वर्ण वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ

स्वामी दयानंद सरस्वती शास्त्रार्थ के 150 वर्ष-

  • धर्म और आध्यात्म की नगरी काशी से विदेश के हर विभूति गहरा नाता रहा है.
  • शुक्रवार को 150 वर्ष पूर्व ऋषि दयानंद काशी में आए और शास्त्रार्थ किया.
  • आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती के शास्त्रार्थ के 150 वर्ष पूरे हो गए हैं.
  • शास्त्रार्थ के 150 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आयोजन किया गया.
  • महासम्मेलन 3 दिवसीय है, जिसमें देश सहित विदेश आर्य समाज के संत साधु सम्मिलित थे.

यह भी पढ़ें: बिहार के छपरा में ट्रेन के आगे मौत का LIVE स्टंट

काशी स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आज उद्घाटन सत्र है. इसमें सबसे पहले यज्ञ किया गया है. यजुर्वेद की अध्याय से आहुतियां दी गई हैं. इसके बाद ध्वजारोहण किया गया. इसके साथ तीन दिवसीय स्वामी शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ हुआ.
-स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती, महामंत्री, आर्य प्रतिनिधि सभा

Intro:विशेष

धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी विदेश के हर विभूति गहरा नाता रहा है।आज 150 वर्ष पूर्व मऋषि दयानंद काशी में आए और शास्त्रार्थ किया। आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती के शास्त्रार्थ 150 वर्ष पूरे पूरे होने के अवसर पर वाराणसी में स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आयोजन किया गया महासम्मेलन 3 दिवसीय है जिसमें देश सहित विदेश आर्य समाज के संत साधु सम्मलित थे।


Body:जिले के रामनाथ चौधरी सोच संस्थान वाटिका सुंदरपुर में तीन दिवसीय स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आयोजन किया गया। स्वर्ण शताब्दी का शुभारंभ सूर्य उदय के साथ पाणीनी कन्या महाविद्यालय छात्राओं ने प्राणायाम एवं युग ध्यान से शुभम किया। उसके बाद समस्त विश्व में शांति है आर्य समाज के अनुयायियों ने यज्ञ किया जिसमें वैदिक मंत्र के बीच आहुति दिया गया।

सवा शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन में ध्वजा रोहण के साथ हुआ हो। आर्य समाज के संरक्षक पदम भूषण महाशय धर्मपाल ने किया( एमडीएच मसाले के संस्थापक) इसके साथ ही सीन दिवसीय वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ हुआ।


Conclusion:स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती ने बताया काशी स्वर्ण शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का आज उद्घाटन सत्र है। इसमें सबसे पहले यज किया गया है। मुख्य रुप से यजुर्वेद की अध्याय से आहुतियां दिया गया है इसके बाद ध्वजारोहण किया गया। इसके साथ तीन दिवसीय स्वामी शताब्दी वैदिक धर्म महासम्मेलन का शुभारंभ हो गया।

बाईट :-- स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती, महामंत्री, आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश।

बाईट :-- अशुतोष उपध्याय
9005099684
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.