वाराणसी: आज के सामाजिक परिवेश में महिलाओं और बच्चों के साथ हो रहे अपराध को देखते हुए जब कभी भी किसी महिला या लड़की का नाम सामने आता तो निश्चित तौर पर समाज एक कमजोर और अबला के तौर पर इन्हें देखता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की इन लड़कियों को कमजोर और अबला समझने की कोशिश भी मत कीजिएगा.
ऐसा इसलिए क्योंकि महिला और बच्चों के साथ हो रहे बाल अपराध को देखते हुए जिले में तैयार हो रही शक्ति सेना अच्छे अच्छों के पसीने छुड़ा देने का माद्दा रखती है. विश्वास नहीं होता तो खुद इनकी पुरातन युद्ध कला से लेकर अकिडो और ताइक्वांडो जैसे नए सुरक्षा को लेकर की जा रही तैयारियों की एक झलक देख लीजिए. आप खुद समझ जाएंगे कि इन मर्दानियों से पंगा लेना शायद महंगा पड़ जाएगा.
दरअसल, कुछ साल पहले रानी मुखर्जी की फिल्म मर्दानी देखकर लड़कियों में खुद को मजबूत करने का एक अलग जोश चढ़ा था और एक बार फिर से जब मर्दानी टू रिलीज हुई है तो उसका असर हमारे समाज पर पड़ा और लड़कियों में आत्मरक्षा की ललक जगी. वहीं देखा जाए तो निश्चित तौर पर आज के सामाजिक परिवेश को देखते हुए लड़कियां खुद को मजबूत रखना चाह रही हैं और मेहनत भी कर रही हैं.
लड़कियां सीख रही हैं मार्शल आर्ट
वाराणसी में कमांडो मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग देने वाले अखिलेश रावत और ट्रेनर अजीत कुमार श्रीवास्तव ने 2018 में उत्तर प्रदेश में शक्ति सेना तैयार करने का संकल्प लिया और इसके लिए ट्रेनिंग देना शुरू भी की. साथ ही लड़कियों को निशुल्क ट्रेनिंग देकर उन्हें मजबूत कराने का काम वर्तमान समय में पाणिनि कन्या महाविद्यालय में किया जा रहा है. वहीं इस कैंपस में पुरातन और नए दोनों युद्ध कला की छात्राओं को ट्रेनिंग देकर शारीरिक रूप से मजबूत बनाने का काम दोनों ट्रेनर कर रहे हैं.
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