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वाराणसी में बुजुर्गों का सहारा बना यह क्लीनिक

वाराणसी में जेरियाट्रिक क्लीनिक(geriatric clinic) में 60 से 70 बुजुर्ग हर रोज अपने उपचार के लिए आते हैं. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

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जेरियाट्रिक क्लीनिक
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Published : Sep 11, 2022, 7:12 PM IST

वाराणसीः जिले के श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में चल रहा जेरियाट्रिक क्लीनिक(बुजुर्गों के उपचार का विशेष केंद्र) वृद्धजनों के उपचार में सहारा बन चुका है. वरिष्ठ नागरिकों के इलाज के लिए यहां सामान्य ओपीडी में होने वाली भीड़ से अलग व्यवस्था है, जो उनके लिए बेहद लाभदायक साबित हो रही है.


बता दें कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय बुजुर्ग स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत वर्ष 2017 में वृद्धजनों के उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल में ‘जेरियाट्रिक क्लीनिक’ शुरू किया गया है. इसके तहत बुजुर्गों की अलग से ओपीडी के साथ ही उन्हें भर्ती करने के लिए दस बेड के विशेष वार्ड की भी व्यवस्था की गयी है.

जेरियाट्रिक क्लीनिक

इस बारे में जेरियाट्रिक क्लीनिक के प्रभारी डॉक्टर आरएन सिंह ने बताया कि ‘वृद्धावस्था उम्र का एक ऐसा पड़ाव है, जिसमें अधिकांश को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वृद्ध होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और उम्र बढ़ने पर अल्जाइमर, आर्थराइटिस, अस्थमा व ब्रोंकाइटिस, मोतियाबिंद, श्रवणशक्ति के कमजोर होने, अवसाद, मधुमेह जैसे रोग पीड़ा देने लगते हैं. वृद्धावस्था में होने वाले ऐसे तमाम रोगों का ‘जेरियाट्रिक क्लीनिक’ में निशुल्क उपचार किया जाता है.

पढ़ेंः अलग-अलग बीमारियों और दर्द से परेशान मरीजों को पेन मैनेजमेंट के जरिए मिलेगी मुक्ति

जेरियाट्रिक क्लीनिक में उपचार कराने आए नक्खी निवासी मोहम्द आजम(65) ने बताया कि वह वायरल की समस्या से पीड़ित हैं. यहां उपचार कराने से उन्हें काफी लाभ है. सबसे बड़ा लाभ तो यह है कि जब भी जरूरत होती है वह इस केंद्र में आकर चिकित्सक से सलाह ले लेते हैं, इसके लिए न तो उन्हें सामान्य ओपीडी में जाना होता है और न ही कही लाइन लगाना होता है.

जेरियाट्रिक क्लीनिक की पर्ची पर लिखी दवाएं भी उन्हें अस्पताल से ही निशुल्क मिल जाती है. उन्होंने बताया कि बुजुर्गों के लिए यह केंद्र काफी लाभदायक है. गाजीपुर की रहने वाली विमला(60) ने बताया कि वह गठिया रोग व अन्य समस्या से पीड़ित हैं. वह पहली बार इस केंद्र से अपना उपचार कराने आयी हैं. यहां दिखाने के लिए न तो भीड़ का सामना नहीं करना पड़ा और न ही कोई और परेशानी होती है.

डॉक्टर आरएन सिंह ने बताया कि आमतौर पर यहां ओपीडी में 60 से 70 बुजुर्ग हर रोज अपने उपचार के लिए आते हैं. जरूरत के अनुसार उनके उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद भी ली जाती है. आवश्यकता होने पर उन्हें भर्ती कर उपचार किया जाता है. उन्होंने बताया कि मंडलीय चिकित्सालय के कक्ष संख्या सात में जेरियाट्रिक ओपीडी सभी कार्यदिवस में सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक चलती है. कोई भी बुजुर्ग अपने उपचार के लिए इस केन्द्र की मदद ले सकता है.

पढ़ेंः किशोरियों की झिझक दूर कर उनका साथ निभा रहा 'साथिया'

वाराणसीः जिले के श्री शिव प्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय में चल रहा जेरियाट्रिक क्लीनिक(बुजुर्गों के उपचार का विशेष केंद्र) वृद्धजनों के उपचार में सहारा बन चुका है. वरिष्ठ नागरिकों के इलाज के लिए यहां सामान्य ओपीडी में होने वाली भीड़ से अलग व्यवस्था है, जो उनके लिए बेहद लाभदायक साबित हो रही है.


बता दें कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय बुजुर्ग स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम के तहत वर्ष 2017 में वृद्धजनों के उपचार के लिए मंडलीय अस्पताल में ‘जेरियाट्रिक क्लीनिक’ शुरू किया गया है. इसके तहत बुजुर्गों की अलग से ओपीडी के साथ ही उन्हें भर्ती करने के लिए दस बेड के विशेष वार्ड की भी व्यवस्था की गयी है.

जेरियाट्रिक क्लीनिक

इस बारे में जेरियाट्रिक क्लीनिक के प्रभारी डॉक्टर आरएन सिंह ने बताया कि ‘वृद्धावस्था उम्र का एक ऐसा पड़ाव है, जिसमें अधिकांश को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. वृद्ध होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है और उम्र बढ़ने पर अल्जाइमर, आर्थराइटिस, अस्थमा व ब्रोंकाइटिस, मोतियाबिंद, श्रवणशक्ति के कमजोर होने, अवसाद, मधुमेह जैसे रोग पीड़ा देने लगते हैं. वृद्धावस्था में होने वाले ऐसे तमाम रोगों का ‘जेरियाट्रिक क्लीनिक’ में निशुल्क उपचार किया जाता है.

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जेरियाट्रिक क्लीनिक में उपचार कराने आए नक्खी निवासी मोहम्द आजम(65) ने बताया कि वह वायरल की समस्या से पीड़ित हैं. यहां उपचार कराने से उन्हें काफी लाभ है. सबसे बड़ा लाभ तो यह है कि जब भी जरूरत होती है वह इस केंद्र में आकर चिकित्सक से सलाह ले लेते हैं, इसके लिए न तो उन्हें सामान्य ओपीडी में जाना होता है और न ही कही लाइन लगाना होता है.

जेरियाट्रिक क्लीनिक की पर्ची पर लिखी दवाएं भी उन्हें अस्पताल से ही निशुल्क मिल जाती है. उन्होंने बताया कि बुजुर्गों के लिए यह केंद्र काफी लाभदायक है. गाजीपुर की रहने वाली विमला(60) ने बताया कि वह गठिया रोग व अन्य समस्या से पीड़ित हैं. वह पहली बार इस केंद्र से अपना उपचार कराने आयी हैं. यहां दिखाने के लिए न तो भीड़ का सामना नहीं करना पड़ा और न ही कोई और परेशानी होती है.

डॉक्टर आरएन सिंह ने बताया कि आमतौर पर यहां ओपीडी में 60 से 70 बुजुर्ग हर रोज अपने उपचार के लिए आते हैं. जरूरत के अनुसार उनके उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की मदद भी ली जाती है. आवश्यकता होने पर उन्हें भर्ती कर उपचार किया जाता है. उन्होंने बताया कि मंडलीय चिकित्सालय के कक्ष संख्या सात में जेरियाट्रिक ओपीडी सभी कार्यदिवस में सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक चलती है. कोई भी बुजुर्ग अपने उपचार के लिए इस केन्द्र की मदद ले सकता है.

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