वाराणसीः पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर अब मैदानी क्षेत्रों में असर दिखने लगा है. जिसकी वजह से शिव की नगरी काशी में गंगा के जलस्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी हुई है. घाटों का एक दूसरे से सम्पर्क टूटा गया है, जिसके कारण विश्व प्रसिद्ध संध्याकालीन गंगा आरती का स्थल बदल गया है. दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा जिस स्थान पर प्रतिदिन गंगा आरती की जाती थी, वह भी पानी में डूब गया है. इस वजह से अब घाट के ऊपरी हिस्से पर गंगा आरती का आयोजन किया जा रहा है.
विश्व प्रसिद्ध मां गंगा के आरती का स्थल भले ही बदल गया हो लेकिन आरती में किसी भी प्रकार का व्यवधान नहीं हुआ. पूरे विधि-विधान और मां गंगा के पूजन के साथ मंगलवार की शाम को हर-हर महादेव और मां गंगा के उद्घोष के आरती हुई. श्रद्धालु भी पूरे श्रद्धा भाव से गंगा आरती में सम्मिलित हुए.
गंगा सेवा निधि के अर्चक आचार्य रणधीर ने बताया कि पहाड़ों में बारिश की वजह से एक बार फिर मां गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और मां गंगा के आरती का स्थल भी बदलना पड़ा. आचार्य रणधीर ने कहा कि डाला छठ, देव दीपावली जैसे प्रसिद्ध पर्व नजदीक है. इसे लेकर हमें काफी दिक्कत हो सकती है. मां का स्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो आगे श्रद्धालुओं को भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
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वहीं, लगातार गंगा का स्तर लगातार बढ़ने से स्थानीय लोगों को एक बार फिर मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. मंगलवार की सुबह से दो सेंटीमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से गंगा का जल स्तर बढ़ रहा है.