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चिकित्सकीय सुविधाओं के अभाव में जिंदगी की जंग हार गए स्वतंत्रता सेनानी

वाराणसी में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या ने यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ताजा मामला स्वास्थ्य सुविधा में लापरवाही से जुड़ा है जहां समय पर इलाज न मिलने से स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय की जान चली गई. उनके परिजनों ने आरोप लगाया कि यदि उन्हें इलाज मिलता तो उनकी जान बचाई जा सकती थी.

अस्पताल
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Published : Apr 21, 2021, 5:50 AM IST

वाराणसी: जिले में रोजाना बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. ताजा मामला स्वतंत्रता सेनानी से जुड़ा हुआ है जिनकी इलाज ना मिलने के कारण मौत हो गई. मंगलवार को 94 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गए.

यह है पूरा मामला

8 अप्रैल को स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय को स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने के बाद बड़ी मुश्किल से जिले के दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में उनकी किसी तरह की जांच नहीं की गई जिससे पता चल सके कि उनके फेफड़े में संक्रमण कितना फैल चुका है? परिजनों ने स्थिति गंभीर होते देख उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन निजी अस्पताल में ऑक्सीजन ना मिलने के कारण स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय जिंदगी की जंग हार गए और लापरवाही की भेंट चढ़ गए.

परिवार वालों ने लगाया लापरवाही का आरोप

स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय के परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि समय पर इलाज ना मिलने के कारण संक्रमण बढ़ता गया और उनकी जान चली गई. परिजनों ने कहा कि केवल उनके साथ नहीं बल्कि जनपद के सभी लोगों के साथ ऐसी ही लापरवाही बरती जा रही है.

कौन थे स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय

स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय ने 19 अगस्त 1942 को चितु पांडे के नेतृत्व में बलिया कलेक्ट्रेट पर पहली बार तिरंगा फहराया था, जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा था. उन्हें कॉलेज से भी निष्कासित कर दिया गया था. देश की आजादी में सक्रिय होने के बाद उन्होंने वन विभाग में भी अपनी सेवाएं दी थी.

जिले में लगातार बढ़ रहा है संक्रमण

सीएमओ डॉ वी बी सिंह ने बताया कि जिले में मंगलवार को 1,887 नए कोरोना संक्रमित मरीज आए हैं, जिसमें 7 मरीजों की मौत हो गई है. अब तक जिले में कुल 451 लोगों की इस महामारी से मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 46510 है जबकि 30,206 लोग इस बीमारी से जंग जीत चुके हैं. वर्तमान में जिले में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 15,853 है.

प्रशासनिक अधिकारी करेंगे अस्पताल में बेडों की निगरानी

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धि तथा मरीजों को भर्ती किए जाने को और बेहतर बनाने के लिए जनपद में 15 अधिकारियों की तैनाती की गई है. ये सभी संबंधित अधिकारी अपने-अपने अस्पताल में बेडों की उपलब्धता, मरीज के भर्ती होने, डिस्चार्ज होने,ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता बनाए रखना सुनिश्चित करेंगे. यह सभी अधिकारी अस्पतालों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करेंगे.

पढ़ें: यूपी में कोरोना संकट : हाईकोर्ट का पांच शहरों में लॉकडाउन का निर्देश, योगी सरकार का इनकार

अस्पतालों में स्थापित की गई हाइपो कैनुला मशीन

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कोरोना मरीजों के इलाज हेतु ट्रामा सेंटर व कैंसर अस्पताल लहरतारा में 5-5 हाइपो कैनुला मशीन इंस्टॉल किए गए. मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ट्रामा सेंटर के 90 बेड को कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है. अब ट्रामा सेंटर में शेष 50 बेड पर अन्य मरीजों का उपचार होगा.उन्होंने बताया कि इसके अलावा कैंसर अस्पताल में भी 60 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं.


वाराणसी में जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि जन सामान्य की सहायता हेतु कुछ हेल्पलाइन नम्बर जारी किए गए हैं.उन्होंने बताया कि
1077/1800 - 180 - 5567 व लैंडलाइन नम्बर क्रमशः 0542 - 222193, 2221939, 2221941, 2221942, 2221944 व 2720005 पर फोन कर लोग सहायता ले सकते है. लोगों से अपील की कि किसी भी प्रकार की कोविड समस्या होने पर इन नम्बरों पर तत्काल सूचना दें.

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर 8081924276 पर कोई भी व्यक्ति अपना नाम, उम्र, पता, कांटेक्ट, नंबर सहित मेडिकल पेपर को व्हाट्सएप करके अपनी आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकता है.उन्होंने बताया कि इस व्हाट्सएप नंबर पर कॉल रिसीव नहीं किया जाएगा.निश्चित रूप से यह व्हाट्सएप नंबर कोविड महामारी के दौर में लोगों को तत्कालिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगा.

वाराणसी: जिले में रोजाना बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. लोग इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. ताजा मामला स्वतंत्रता सेनानी से जुड़ा हुआ है जिनकी इलाज ना मिलने के कारण मौत हो गई. मंगलवार को 94 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ गए.

यह है पूरा मामला

8 अप्रैल को स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय को स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने के बाद बड़ी मुश्किल से जिले के दीनदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में उनकी किसी तरह की जांच नहीं की गई जिससे पता चल सके कि उनके फेफड़े में संक्रमण कितना फैल चुका है? परिजनों ने स्थिति गंभीर होते देख उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन निजी अस्पताल में ऑक्सीजन ना मिलने के कारण स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय जिंदगी की जंग हार गए और लापरवाही की भेंट चढ़ गए.

परिवार वालों ने लगाया लापरवाही का आरोप

स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय के परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि समय पर इलाज ना मिलने के कारण संक्रमण बढ़ता गया और उनकी जान चली गई. परिजनों ने कहा कि केवल उनके साथ नहीं बल्कि जनपद के सभी लोगों के साथ ऐसी ही लापरवाही बरती जा रही है.

कौन थे स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय

स्वतंत्रता सेनानी परशुराम राय ने 19 अगस्त 1942 को चितु पांडे के नेतृत्व में बलिया कलेक्ट्रेट पर पहली बार तिरंगा फहराया था, जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा था. उन्हें कॉलेज से भी निष्कासित कर दिया गया था. देश की आजादी में सक्रिय होने के बाद उन्होंने वन विभाग में भी अपनी सेवाएं दी थी.

जिले में लगातार बढ़ रहा है संक्रमण

सीएमओ डॉ वी बी सिंह ने बताया कि जिले में मंगलवार को 1,887 नए कोरोना संक्रमित मरीज आए हैं, जिसमें 7 मरीजों की मौत हो गई है. अब तक जिले में कुल 451 लोगों की इस महामारी से मौत हो गई है. उन्होंने बताया कि जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 46510 है जबकि 30,206 लोग इस बीमारी से जंग जीत चुके हैं. वर्तमान में जिले में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 15,853 है.

प्रशासनिक अधिकारी करेंगे अस्पताल में बेडों की निगरानी

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धि तथा मरीजों को भर्ती किए जाने को और बेहतर बनाने के लिए जनपद में 15 अधिकारियों की तैनाती की गई है. ये सभी संबंधित अधिकारी अपने-अपने अस्पताल में बेडों की उपलब्धता, मरीज के भर्ती होने, डिस्चार्ज होने,ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता बनाए रखना सुनिश्चित करेंगे. यह सभी अधिकारी अस्पतालों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करेंगे.

पढ़ें: यूपी में कोरोना संकट : हाईकोर्ट का पांच शहरों में लॉकडाउन का निर्देश, योगी सरकार का इनकार

अस्पतालों में स्थापित की गई हाइपो कैनुला मशीन

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कोरोना मरीजों के इलाज हेतु ट्रामा सेंटर व कैंसर अस्पताल लहरतारा में 5-5 हाइपो कैनुला मशीन इंस्टॉल किए गए. मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ट्रामा सेंटर के 90 बेड को कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है. अब ट्रामा सेंटर में शेष 50 बेड पर अन्य मरीजों का उपचार होगा.उन्होंने बताया कि इसके अलावा कैंसर अस्पताल में भी 60 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं.


वाराणसी में जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि जन सामान्य की सहायता हेतु कुछ हेल्पलाइन नम्बर जारी किए गए हैं.उन्होंने बताया कि
1077/1800 - 180 - 5567 व लैंडलाइन नम्बर क्रमशः 0542 - 222193, 2221939, 2221941, 2221942, 2221944 व 2720005 पर फोन कर लोग सहायता ले सकते है. लोगों से अपील की कि किसी भी प्रकार की कोविड समस्या होने पर इन नम्बरों पर तत्काल सूचना दें.

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर 8081924276 पर कोई भी व्यक्ति अपना नाम, उम्र, पता, कांटेक्ट, नंबर सहित मेडिकल पेपर को व्हाट्सएप करके अपनी आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकता है.उन्होंने बताया कि इस व्हाट्सएप नंबर पर कॉल रिसीव नहीं किया जाएगा.निश्चित रूप से यह व्हाट्सएप नंबर कोविड महामारी के दौर में लोगों को तत्कालिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगा.

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