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यूपी के इस पूर्व मंत्री ने सीएम योगी को बताया बिंद-निषाद विरोधी, कहा- यहां काम नहीं, केवल हो रहा शिलान्यास

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में समाजवादी पार्टी की सक्रियता देखते बन रही है और पार्टी की ओर से आए दिन जनसंपर्क को नेताओं व पूर्व मंत्रियों को क्षेत्र में विभिन्न समुदायों के लोगों से भेंट-मुलाकात को भेजा जा रहा है. इसी कड़ी में पार्टी की ओर से पूर्व निर्धारित ग्राम चौपाल कार्यक्रम में शिरकत करने को वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पहुंचे सूबे के पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने निषाद समाज के लोगों संग मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी और योगी सरकार पर निशाना साधा... अधिक जानकारी को पढ़ें पूरी खबर...

पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर निषाद समाज के लोगों संग मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी
पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर निषाद समाज के लोगों संग मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी
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Published : Sep 19, 2021, 11:12 AM IST

वाराणसी: सूबे में भले ही विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election-2022) को अभी सालभर का वक्त हो, लेकिन सभी सियासी पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में (Varanasi) भाजपा (Bjp) के नेता-मंत्रियों के साथ ही समाजवादी पार्टी के नेताओं की सक्रियता भी देखते बन रही है और सपा नेता इन दिनों क्षेत्र के विभिन्न समुदायों के लोगों से मुलाकात कर सूबे की योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखे हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से आयोजित ग्राम चौपाल कार्यक्रम में शिरकत करने को पहुंचे सूबे के पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद (Former Minister Ramkishore Bind) ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat of Varanasi) पर निषाद समाज के लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी. इस दौरान उन्होंने सूबे की योगी सरकार (CM Yogi Adityanath) पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार नाविकों की रोटी छीनने का काम रही है.

पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर निषाद समाज के लोगों संग मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी

इसे भी पढ़ें - वाराणसी कैंट विधानसभा सीट डेमोग्राफिक रिपोर्ट: 20 सालों से बीजेपी का कब्जा, कायस्थों का दबदबा

इधर, गंगा में बढ़ते जलस्तर के कारण नाव संचालन बंद था, जिसकी वजह से सपा के ग्राम चौपाल में भारी संख्या में निषाद समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं, हम आपको बताते चलें कि वाराणसी में करीब 30,000 निषाद मतदाता हैं, जिसे हर पार्टी अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रही है. समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष के साथ ही तमाम पूर्व विधायक व स्थानीय नेता उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए. इतना ही नहीं, वर्तमान में सूबे की सभी सियासी पार्टियों ने जाति समीकरण को साधने को संबंधित जातियों से आने वाले अपने नेताओं को उनकी जाति समुदाय के लोगों के बीच पकड़ बनाने व जनसंपर्क पर अधिक जोर देने का निर्देश दिया है, ताकि किसी तरह से उन्हें अपने पाले में किया जा सके. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के बिंद समुदाय के बड़े नेता व पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने निषाद समाज के लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी.

वहीं, इस दौरान सूबे की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के आदेश पर मैं पूर्वांचल दौरे पर केवट, भील और निषाद समाज के लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं जानने को आया हूं. साथ ही वाराणसी के निषाद समाज के लोगों संग बैठक करके उनकी समस्याएं सुनने के अलावे यह भी जानने की कोशिश की क्या उन्हें वर्तमान राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं. इतना ही नहीं आगे उन्होंने कहा कि पूर्व में हमारी सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई गई थी उसी का योगी सरकार नाम बदलकर शिलान्यास पर शिलान्यास कर रही है. पूर्व मंत्री ने योगी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि ये सरकार केवल कहती है, न की कुछ करती है. इस सरकार में केवल घोषणाएं होती हैं. ऐसी स्थिति में इनकी वास्तविक कार्य को जानने को जन चौपाल के जरिए हम लोगों से मिल रहे है.

वरिष्ठ सपा नेता व पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने आगे कहा कि वाराणसी के निषाद समाज के लोगों के नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है. यहां बड़ी-बड़ी क्रूज चलाई जा रही हैं. इस कारण निषाद समाज के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. इसके अलावे नाव नवीनीकरण को राज्य सरकार की ओर से भारी धनराशि आवंटित तो गई पर उसका लाभ संबंधित लोगों को नहीं मिला. इसमें भी बहुत बड़ा घोटाला है. आगे उन्होंने योगी सरकार को भ्रष्ट सरकार करार देते हुए कहा इस सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ाया है. साथ ही सूबे में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज शेष नहीं बची है. आखिर में उन्होंने कहा कि इस सरकार में विकास के कार्य प्रभावित हुए हैं, जो इनकी योजनाएं हैं सब फेल हो गई हैं. काम तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था. ये लोग तो केवल योजनाओं का नाम बदलकर शिलान्यास पर शिलान्यास कर रहे हैं.

वाराणसी: सूबे में भले ही विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election-2022) को अभी सालभर का वक्त हो, लेकिन सभी सियासी पार्टियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में (Varanasi) भाजपा (Bjp) के नेता-मंत्रियों के साथ ही समाजवादी पार्टी के नेताओं की सक्रियता भी देखते बन रही है और सपा नेता इन दिनों क्षेत्र के विभिन्न समुदायों के लोगों से मुलाकात कर सूबे की योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखे हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की ओर से आयोजित ग्राम चौपाल कार्यक्रम में शिरकत करने को पहुंचे सूबे के पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद (Former Minister Ramkishore Bind) ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat of Varanasi) पर निषाद समाज के लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी. इस दौरान उन्होंने सूबे की योगी सरकार (CM Yogi Adityanath) पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार नाविकों की रोटी छीनने का काम रही है.

पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर निषाद समाज के लोगों संग मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी

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इधर, गंगा में बढ़ते जलस्तर के कारण नाव संचालन बंद था, जिसकी वजह से सपा के ग्राम चौपाल में भारी संख्या में निषाद समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं, हम आपको बताते चलें कि वाराणसी में करीब 30,000 निषाद मतदाता हैं, जिसे हर पार्टी अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रही है. समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष के साथ ही तमाम पूर्व विधायक व स्थानीय नेता उक्त कार्यक्रम में शामिल हुए. इतना ही नहीं, वर्तमान में सूबे की सभी सियासी पार्टियों ने जाति समीकरण को साधने को संबंधित जातियों से आने वाले अपने नेताओं को उनकी जाति समुदाय के लोगों के बीच पकड़ बनाने व जनसंपर्क पर अधिक जोर देने का निर्देश दिया है, ताकि किसी तरह से उन्हें अपने पाले में किया जा सके. इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के बिंद समुदाय के बड़े नेता व पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने निषाद समाज के लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी.

वहीं, इस दौरान सूबे की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के आदेश पर मैं पूर्वांचल दौरे पर केवट, भील और निषाद समाज के लोगों से मिलकर उनकी समस्याएं जानने को आया हूं. साथ ही वाराणसी के निषाद समाज के लोगों संग बैठक करके उनकी समस्याएं सुनने के अलावे यह भी जानने की कोशिश की क्या उन्हें वर्तमान राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं. इतना ही नहीं आगे उन्होंने कहा कि पूर्व में हमारी सरकार द्वारा जो योजनाएं चलाई गई थी उसी का योगी सरकार नाम बदलकर शिलान्यास पर शिलान्यास कर रही है. पूर्व मंत्री ने योगी सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि ये सरकार केवल कहती है, न की कुछ करती है. इस सरकार में केवल घोषणाएं होती हैं. ऐसी स्थिति में इनकी वास्तविक कार्य को जानने को जन चौपाल के जरिए हम लोगों से मिल रहे है.

वरिष्ठ सपा नेता व पूर्व मंत्री रामकिशोर बिंद ने आगे कहा कि वाराणसी के निषाद समाज के लोगों के नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है. यहां बड़ी-बड़ी क्रूज चलाई जा रही हैं. इस कारण निषाद समाज के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. इसके अलावे नाव नवीनीकरण को राज्य सरकार की ओर से भारी धनराशि आवंटित तो गई पर उसका लाभ संबंधित लोगों को नहीं मिला. इसमें भी बहुत बड़ा घोटाला है. आगे उन्होंने योगी सरकार को भ्रष्ट सरकार करार देते हुए कहा इस सरकार ने भ्रष्टाचार को बढ़ाया है. साथ ही सूबे में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज शेष नहीं बची है. आखिर में उन्होंने कहा कि इस सरकार में विकास के कार्य प्रभावित हुए हैं, जो इनकी योजनाएं हैं सब फेल हो गई हैं. काम तो पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था. ये लोग तो केवल योजनाओं का नाम बदलकर शिलान्यास पर शिलान्यास कर रहे हैं.

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