वाराणसी: योगी सरकार के कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा की मुरीद अब सात समंदर पार से आईं विदेशी महिलाएं भी हो गईं हैं. जी हां, विदेशी महिलाओं का कहना है कि अब यूपी में महिलाएं सुरक्षित है.
दरअसल, महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी अपने कंधो पर लिए महिला पुलिस अधिकारों की टीम शुक्रवार को अस्सी घाट पर निकली, जहां उनकी पैनी नजर घाट पर घूमने वाले मनचलों पर रही. उन्होंने घाट पर मौजूद अराजक लोगों को सबक भी सिखाया. इस दौरान मिशन शक्ति के तहत महिला पुलिसकर्मियों ने घाट पर मौजूद महिला सैलानियों को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक भी किया. साथ ही उनसे महिला सुरक्षा हेल्प नम्बर (women safety help number) साझा किए.
बड़ी बात यह है कि घाट पर इनके सक्रियता के कारण घूमने आने वाली महिलाओं को खासा आराम मिलता है. इनमें विदेशी महिलाएं भी शामिल हैं. घाट पर मौजूद सैलानी बताते हैं कि पहले बनारस के घाटों पर मनचले इन्हें खासा परेशान करते थें लेकिन अब वो दिन चले गए हैं, घाटों पर वो देर रात तक रुकती हैं. ये घाटों पर अपने आप को सुरिक्षत महसूस करती हैं.
यह भी पढ़ें- फुलवरिया वरुणा एप्रोच रोड निर्माण में घोटाले की रकम आई सामने, अब विशेष ऑडिट की तैयारी
पुलिस उपायुक्त महिला अपराध ममता रानी ने बताया कि अपराध नियंत्रण (crime control in varanasi) और महिला अपराध की रोकथाम उत्तर प्रदेश शासन के सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. इस संबंध में मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत पुलिस की सक्रियता को बढ़ाते हुए घाटों पर फुट पैट्रोलिंग, एंटी रोमियो दस्ते का संचालन किया जा रहा है. इसके साथ ही स्कूलों, कालेजों और बड़े चौराहे पर यह टीम लगातार भ्रमण करती है. छेड़छाड़ करने वाले तत्वों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई भी की जाती है. सीएम योगी के मिशन शक्ति से जुड़ी महिला पुलिस के मेहनत का ही नतीजा है कि आज वाराणसी के घाटों पर देर शाम तक महिला पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है जबकि मनचलों का जमावड़ा दूर-दूर तक दिखाई नहीं पड़ता है.