वाराणसी: वैश्विक महामारी के दौर में बीएचयू के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में भर्ती मरीजों के लिए भोजन सप्लाई करने वाली अन्नपूर्णा सेवा समिति ने खाने की सप्लाई रोक दी है. अस्पताल प्रशासन ने मार्च से अब तक समिति का भुगतान नहीं किया है, जिसके बाद समिति ने गुरुवार से खाने की सप्लाई बंद कर दी.
बीएचयू अस्पताल में जो मरीज और उनके परिजन आते हैं, उन्हें अन्नपूर्णा सेवा समिति की ओर से 25 रुपये में भरपेट भोजन दिया जाता है. इसके अलावा जननी सुरक्षा योजना के तहत लेबर वार्ड और कोविड-19 वार्ड में भी इसी संस्था की ओर से भोजन आपूर्ति की जाती है. मरीजों को तो मुफ्त में भोजन मिलता है, लेकिन उसका भुगतान अस्पताल प्रशासन संस्था को करता है. आरोप है कि अस्पताल ने मार्च से अभी तक बकाए का भुगतान नहीं किया. जुलाई में समिति ने भुगतान के लिए बीएचयू प्रशासन को पत्र लिखा था, जिसके बाद उसे जल्द भुगतान का आश्वासन दिया था.
इस पूरे मामले पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने प्रेस रिलीज जारी कर स्पष्टीकरण दिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक, अन्नपूर्णा भोजनालय संचालित करने वाले ट्रस्ट ने चिकित्सालय में जलपान और भोजन आपूर्ति करने से संबंधित जो भी बिल चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में जमा किया है, वह निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप नहीं था. उसमें टैक्स आदि शामिल नहीं किया गया था. इसके बारे में समिति को निर्देशित किया गया कि, वह सरकार के नियमों के अनुरूप टैक्स आदि का उल्लेख कर बिल प्रस्तुत करे. इसके अलावा समिति में किसी अन्य फर्म के नाम पर भी कुछ बिल प्रस्तुत किया है, जिसके साथ सर सुंदर अस्पताल की सहमति नहीं है. इसलिए उस बिल का विचार किया जाना संभव नहीं है. उचित बिल के भुगतान की प्रक्रिया विश्वविद्यालय के वित्त कार्यालय द्वारा प्रारंभ कर दी गई. इस राशि का भुगतान जल्द किया जाएगा.
भोजन की वैकल्पिक व्यवस्था शुरू
स्पष्ट करना आवश्यक है कि सर सुंदरलाल चिकित्सालय अस्पताल ने चिकित्सालय के महत्वपूर्ण वार्डों में जलपान एवं भोजन आदि की वैकल्पिक व्यवस्था सुचारू रूप से आरंभ कर दी गई है. इस दिशा में चिकित्सालय में मरीजों के हितों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है.