संभल: संभल हिंसा मामले में एसआईटी ने 1200 पेज की चार्जशीट दाखिल की है. इसमें 2750 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी. पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महमूद के पुत्र सुहैल इकबाल को भी नामजद किया है. गुरुवार को थाना नखासा क्षेत्र की दो चार्जशीट जिले के चंदौसी स्थित जिला न्यायालय में दाखिल की है. इसमें 48 आरोपी हैं और 29 लोगों की विवेचना जारी है.
जिले में बीते साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान उपद्रवियों को हथियार मुहैया कराने वाले शारिक साठा गैंग के खास गुर्गे गुलाम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी के पास से विदेशी हथियार और कारतूस बरामद करने का दावा किया है. पुलिस के अनुसार सर्वे के दौरान आरोपी का मकसद दंगे भड़काना था. यही नहीं आरोपी को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त था.
बता दें कि संभल में बीते साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़की थी. जिसमें पथराव, फायरिंग और आगजनी में चार लोगों की गोली लगने से मौत हुई थी. जबकि 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में मुल्ला अफरोज और वारिस सहित 79 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. वहीं तमाम फरार उपद्रवियों की तलाश जारी है. इस बीच गुरुवार को संभल पुलिस ने संभल हिंसा मामले में ASP संभल श्रीश चंद्र के कार्यालय पर बड़ा खुलासा किया है.
संभल SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि 24 नवंबर को हुई हिंसात्मक घटना में अब तक 79 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गुरुवार को संभल हिंसा में असलहा उपलब्ध कराने ओर इंस्ट्रक्शन देने वाले आरोपी गुलाम पुत्र मुख्तार निवासी दीपा सराय को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. उन्होंने बताया कि आरोपी पर संभल के आस पास 20 मुकदमें दर्ज हैं. पुलिस पूछताछ में बताया कि 23 नवंबर को शारिक साठा (बॉस) से बात हुई उसने किसी भी हालत में सर्वे नहीं होने की बात कही थी. SP ने बताया कि फिलहाल शारिक साठा फर्जी पासपोर्ट पर विदेश चला गया है. इस गैंग के द्वारा चोरी की कारे देश के हिस्सों में बेची जाती है, जिसके बदले में गुलाम को असलहे मिलते हैं.
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आरोपी गुलाम इन हथियारों को पूरे देश में सप्लाई करता है. इसके पास से एक 9 एमएम की पिस्टल, 2 पिस्टल 32 बोर, 15 जिंदा कारतूस जिसमे कई कारतूस चेकोस्लोवाकिया, ग्रेट ब्रिटेन के है. उन्होंने बताया कि 24 नवम्बर को हुई हिंसा में इनके नेताओं द्वारा इनसे यह कहा गया कि यह हमारी 500 साल पुरानी बाबर की निशानी है. इसकी हिफाजत करनी है.
SP कृष्ण कुमार विश्नोई ने खुलासा करते हुए बताया कि वर्ष 2014 के चुनाव में सपा सांसद स्वर्गीय डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क चुनाव लड़े थे, जो अब नहीं है. तब इसने सुहैल इकबाल पर फायरिंग की थी. इस मामले में गुलाम पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था.
यह आरोपी भारत में रहकर शारिक साठा गैंग के लिए काम करता था. उन्होंने कहा कि जांच में कुछ व्हाट्स एप ग्रुप सामने आए हैं. इसमें एक ग्रुप सांसद संभल नाम का ग्रुप था. जिसमें 22 नवंबर को लोगों को इकट्ठा होने की बात कही गई है. इसमें से कुछ लोगों को बुलाया भी गया. कुछ लोग हाजिर भी नहीं हुए है. इस मामले में जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपी गुलाम अपने बॉस शारिक साठा से जंगी ऐप पर बात करता था. कई बार इसने शारिक साठा की पत्नी के मोबाइल पर भी उससे बात की है. इसके चलते शारिक साठा की पत्नी का मोबाइल भी बरामद किया गया है. शारिक साठा की पत्नी से भी पूछताछ की गई थी.
संभल हिंसा मामले में आरोपी महिला को रिहा करने का आदेश: संभल हिंसा मामले में चंदौसी की CJM कोर्ट ने फरहाना नाम की आरोपी को जेल से रिहा करने के आदेश दिए हैं. एक लाख रुपये के मुचलके पर महिला को साक्ष्य के अभाव में रिहा कर दिया गया.
संभल में पिछले साल 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. इस हिंसा में पथराव, फायरिंग और आगजनी हुई थी. इस मामले में पुलिस ने चार महिलाओं सहित 79 आरोपियों को जेल भेजा था. इन चार महिलाओं में शामिल फरहाना, रुकैया और नजराना को पत्थरबाजी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.