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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष की परीक्षाएं शुरू - safety from coronavirus

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ग्रेजुएशन की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं शुरू हो गयी हैं. बुधवार को प्रथम पाली की परीक्षा कोविड-19 से बचाव के मानकों का पालन करते हुए सम्पन्न कराई गई.

कोरोना से बचाव के मानकों का किया गया पालन.
कोरोना से बचाव के मानकों का किया गया पालन.
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Published : Sep 2, 2020, 1:40 PM IST

वाराणसी: कोविड-19 की वजह से लंबे वक्त से यूनिवर्सिटीज की परीक्षाओं को रोक दिया गया था. वहीं बुधवार से वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ग्रेजुएशन की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं की शुरुआत सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 के मानकों का खास ख्याल रखते हुए किया गया. बीएड प्रवेश परीक्षा की तर्ज पर एक कमरे में 24 छात्रों को बैठाया गया और पहली पाली की परीक्षा संपन्न हो गयी.

कोरोना से बचाव के मानकों का किया गया पालन.

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित परीक्षा में पहली पाली में 2 कक्षाओं में अलग-अलग परीक्षाएं संपन्न कराई गईं. परीक्षा केंद्रों में कोई बदलाव नहीं किया गया और पुराने प्रवेश पत्र पर ही छात्रों को परीक्षा देने की अनुमति दी गई. छात्रों को मास्क और सैनिटाइजर लेकर आना अनिवार्य किया गया था. साथ ही क्लास रूम में परीक्षा शुरू होने से पहले पूरी कक्षा को सैनिटाइज किया गया. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ग्रेजुएशन की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 2 से 25 सितंबर तक चलेंगी.

परीक्षा में वाराणसी के अलावा चंदौली, सोनभद्र, भदोही और मिर्जापुर के संबद्ध कॉलेजों में भी 72,000 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. इसके लिए 168 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. दो पालियों में आयोजित की गई परीक्षा की पहली पाली संपन्न हो गई है. वहीं दूसरी पाली की परीक्षाएं दोपहर 2 बजे से शुरू होंगी. इस बारे में परीक्षा केंद्राध्यक्ष राजेश कुमार मिश्र ने बताया कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए परीक्षाएं संपन्न कराई जा रही हैं. किसी छात्र को कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- जेल से रिहा हुए डॉ. कफील, बाढ़ पीड़ितों की करना चाहते हैं मदद

वाराणसी: कोविड-19 की वजह से लंबे वक्त से यूनिवर्सिटीज की परीक्षाओं को रोक दिया गया था. वहीं बुधवार से वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ग्रेजुएशन की अंतिम वर्ष की परीक्षाओं की शुरुआत सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 के मानकों का खास ख्याल रखते हुए किया गया. बीएड प्रवेश परीक्षा की तर्ज पर एक कमरे में 24 छात्रों को बैठाया गया और पहली पाली की परीक्षा संपन्न हो गयी.

कोरोना से बचाव के मानकों का किया गया पालन.

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित परीक्षा में पहली पाली में 2 कक्षाओं में अलग-अलग परीक्षाएं संपन्न कराई गईं. परीक्षा केंद्रों में कोई बदलाव नहीं किया गया और पुराने प्रवेश पत्र पर ही छात्रों को परीक्षा देने की अनुमति दी गई. छात्रों को मास्क और सैनिटाइजर लेकर आना अनिवार्य किया गया था. साथ ही क्लास रूम में परीक्षा शुरू होने से पहले पूरी कक्षा को सैनिटाइज किया गया. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ग्रेजुएशन की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 2 से 25 सितंबर तक चलेंगी.

परीक्षा में वाराणसी के अलावा चंदौली, सोनभद्र, भदोही और मिर्जापुर के संबद्ध कॉलेजों में भी 72,000 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं. इसके लिए 168 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. दो पालियों में आयोजित की गई परीक्षा की पहली पाली संपन्न हो गई है. वहीं दूसरी पाली की परीक्षाएं दोपहर 2 बजे से शुरू होंगी. इस बारे में परीक्षा केंद्राध्यक्ष राजेश कुमार मिश्र ने बताया कि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए परीक्षाएं संपन्न कराई जा रही हैं. किसी छात्र को कोई परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है.

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