वाराणसीः कपसेठी थाना क्षेत्र के शिवदासपुर गांव के सामने शनिवार देर शाम एक शिक्षिका ने अपनी दो मासूम बेटियों के साथ ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बिखरे हुए शव के टुकड़ों को एकत्रित कर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई. देर शाम तक इस हृदयविदारक घटना की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी. सूचना मिलते ही पति राहुल सिंह भी मौके पर पहुंच गया था.
अनुदेशक स्मृति सिंह उर्फ सोनी (35 साल) निवासी गोरापट्टी थाना रामपुर जनपद जौनपुर की रहने वाली थी. यह कपसेठी में किराए के मकान में रहती थीं और भदोही के चैरी थाना क्षेत्र के हरदोपट्टी रघुपुर जूनियर हाईस्कूल में अनुदेशक के पद पर कार्यरत थीं. शनिवार देर शाम घर से अपनी दो पुत्रियों वैष्णवी (7 साल) और अदिति (3 साल) को लेकर निकल गई. वहीं कुछ देर बाद कपसेठी थाना क्षेत्र के शिवदासपुर गांव के सामने दोनों बेटियों के साथ ट्रेन से कटकर शिक्षिका ने जान दे दी.
देवर ने की शिनाख्त
शव इतना क्षत-विक्षत हो चुका था कि शिनाख्त करने में घंटों लग गए. शव करीब 500 मीटर दूर तक बिखर गया था. इस वजह से लाइन पर घंटों रेल परिचालन भी बंद रहा. सूचना मिलने पर देवर विशाल खोजते हुए पहुंचा तो शिनाख्त की. बताया जाता है कि पति राहुल सिंह अपने पैतृक गांव गोरापट्टी जौनपुर गया था.
मां ने नहीं कराने दी FIR
इसी दौरान मौके पर पहुंचे मृतका के पिता शैलेंद्र सिंह ने कपसेठी थाने में सास-ससुर और पति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की तहरीर दी. तब तक मृतका की मां सुषमा सिंह थाने पर आ धमकी और वह पति के इस कार्य का विरोध करते हुए कहने लगी कि मुकदमा किसी भी कीमत पर दर्ज नहीं कराया जाएगा. मृतका के सास-ससुर और पति उसे बहुत मानते थे. कभी इस तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है. फिलहाल पुलिस ने मां का बयान रिकॉर्ड कर मुकदमा दर्ज नहीं किया.