वाराणसी: जिले के सेवापुरी ब्लॉक में पंचायत चुनाव में नामांकन के दौरान एक प्रत्याशी ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर दिया. इस पर पुलिस ने आरोपी प्रत्याशी और उसके समर्थक को हिरासत में ले लिया है.
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नामाकंन में हुआ फर्जीवाड़ा
वाराणसी के सेवापुरी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नामांकन के लिए प्रत्याशी नामांकन करने पहुंचे थे. इस दौरान गिरजा शंकर शर्मा और उनके प्रस्तावक मनीष सिंह को फर्जी जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के आरोप में तहसीलदार राजाताला ने पुलिस कस्टडी में दे दिया. बताया जाता है कि प्रत्याशी शंकर शर्मा पिछड़ी जाति से हैं, लेकिन जाति प्रमाण पत्र अनुसूचित जाति का लगा रहे थे. रिटर्निंग अफसर ने उनका प्रमाण पत्र देखा तो उन्होंने प्रत्याशी को पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र लगाने के लिए कहा. इसी बीच वहां तहसीलदार योगेंद्र शरण शाह पहुंच गए. उन्होंने प्रमाण पत्र का अवलोकन किया, तो उस पर एसडीएम राजातालाब का सिग्नेचर था. इस तरह के प्रमाण पत्र तहसीलदार स्तर से जारी किए जाते हैं.
पुलिस ने लिया हिरासत में
मामला गलत मिलने पर तहसीलदार ने प्रत्याशी और समर्थक को हिरासत में ले लिया. उन्होंने उस व्यक्ति को बुलाने के लिए कहा, जिसने प्रमाण पत्र जारी किया था. साथ ही उन्होंने व्यक्ति के खिलाफ नामजद तहरीर देने के लिए भी कहा. अभी दोनों व्यक्ति पुलिस कस्टडी में हैं.