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वाराणसी: बीएचयू में संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती के मौके पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसे लेकर छात्रों में काफी उत्साह है.

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संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन.
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Published : Feb 5, 2020, 11:21 AM IST

वाराणसी: बीएचयू में पिछले 40 वर्षों से संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती का आयोजन किया जा रहा है. इस साल भी संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती को लेकर छात्रों में काफी उत्साह है. इस मौके पर छात्रों ने दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया है. संत रविदास विद्यालय में प्रगति कला केंद्र जालंधर और प्रगति कला केंद्र वाराणसी के सहयोग से नुक्कड़ नाटक, गीत और कविताओं की प्रस्तुति का आयोजन किया गया है.

संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन.

बीएचयू में 9 फरवरी को संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा. इसमें मुख्या वक्ता धर्मवीर सोरेन होंगे. तो वहीं रामजी साहब को विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे. इस दौरान संत शिरोमणि गुरु रविदास के विचारों को प्रस्तुत किया जाएगा. बीएचयू के MP3 एटर ग्राउंड से संत रविदास की शोभायात्रा समरथ के नाम से निकाली जाएगी. झांकी बीएचयू से होते हुए रविदास मंदिर तक जाएगी. झांकी निकालने का मुख्य उद्देश्य समाज में समानता एकता और बंधुत्व की भावना को बढ़ाना है

इसे भी पढ़ें- वाराणसी: 200 फीट ऊंचे बिजली टॉवर से विदेशी पर्यटक ने लगाई छलांग, वीडियो वायरल

समाज में समरसता प्रदान करने वाले महान संत शिरोमणि गुरु रविदास की 643वीं जयंती को लेकर छात्रों में काफी उत्साह है. इसके लिए हमने पूरी तैयारियां कर ली है. 8 तारीख को जालंधर से आए कलाकार रविदास विद्यालय में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगे. तो वहीं 9 फरवरी को संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा.
- रविंद्र प्रकाश भारती, छात्र, बीएचयू

संत शिरोमणि गुरु रविदास की 643वीं जयंती के अवसर पर मुख्य आकर्षण का केंद्र झांकी यात्रा रहेगी. जो 9 फरवरी को शाम 4 बजे निकाली जाएगी. इसका उद्घाटन बीएचयू के कुलपति करेंगे. झांकी के माध्यम से हम समाज को जोड़ने का संदेश दिया जाएगा.
- महेश कुमार, छात्र,बीएचयू

वाराणसी: बीएचयू में पिछले 40 वर्षों से संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती का आयोजन किया जा रहा है. इस साल भी संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती को लेकर छात्रों में काफी उत्साह है. इस मौके पर छात्रों ने दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया है. संत रविदास विद्यालय में प्रगति कला केंद्र जालंधर और प्रगति कला केंद्र वाराणसी के सहयोग से नुक्कड़ नाटक, गीत और कविताओं की प्रस्तुति का आयोजन किया गया है.

संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन.

बीएचयू में 9 फरवरी को संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा. इसमें मुख्या वक्ता धर्मवीर सोरेन होंगे. तो वहीं रामजी साहब को विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे. इस दौरान संत शिरोमणि गुरु रविदास के विचारों को प्रस्तुत किया जाएगा. बीएचयू के MP3 एटर ग्राउंड से संत रविदास की शोभायात्रा समरथ के नाम से निकाली जाएगी. झांकी बीएचयू से होते हुए रविदास मंदिर तक जाएगी. झांकी निकालने का मुख्य उद्देश्य समाज में समानता एकता और बंधुत्व की भावना को बढ़ाना है

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समाज में समरसता प्रदान करने वाले महान संत शिरोमणि गुरु रविदास की 643वीं जयंती को लेकर छात्रों में काफी उत्साह है. इसके लिए हमने पूरी तैयारियां कर ली है. 8 तारीख को जालंधर से आए कलाकार रविदास विद्यालय में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगे. तो वहीं 9 फरवरी को संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा.
- रविंद्र प्रकाश भारती, छात्र, बीएचयू

संत शिरोमणि गुरु रविदास की 643वीं जयंती के अवसर पर मुख्य आकर्षण का केंद्र झांकी यात्रा रहेगी. जो 9 फरवरी को शाम 4 बजे निकाली जाएगी. इसका उद्घाटन बीएचयू के कुलपति करेंगे. झांकी के माध्यम से हम समाज को जोड़ने का संदेश दिया जाएगा.
- महेश कुमार, छात्र,बीएचयू

Intro:सर्व विद्या की राजधानी कहे जाने वाली काशी हिंदू विश्वविद्यालय विगत 40 वर्षों से संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती का आयोजन करती है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।जिसमें पहले दिन 8:00 फरवरी को रविदास मंदिर के पास स्थित संत रविदास विद्यालय में प्रगति कला केंद्र जालंधर व प्रगति कला केंद्र वाराणसी के सहयोग से नुक्कड़ नाटक गीत व कविताओं की प्रस्तुति किया जाएगा।


Body:9 फरवरी को बीएचयू में संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में धर्मवीर सोरेन। वहीं विशिष्ट अतिथि राम जी साहब रहेंगे। इसमें रविदास के विचारों को सबके सामने प्रस्तुत किया जाएगा। इसके साथ ही शाम 4:00 बजे बीएचयू के MP3 एटर ग्राउंड से संत रविदास की शोभायात्रा समरथ के नाम से निकाली जाएगी। जिसका उद्घाटन काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर करेंगे। झांकी बीएचयू से होते हुए रविदास मंदिर तक जाएगी। जिसका उद्देश्य समाज में समानता एकता और बंधुत्व की भावना को बढ़ाना है।


Conclusion:रविंद्र प्रकाश भारती ने बताया संत शिरोमणि और समाज में समरसता प्रदान करने वाले महान संत की 643वी जयंती बीएचयू के छात्र छात्राएं हर्ष उल्लास के साथ मनाएंगे हमने तैयारियां पूरी कर ली हैं।8 तारीख को जालंधर से आए कलाकार रविदास विद्यालय में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगे तो वही 9 फरवरी को संगोष्ठी होगी उसके साथ विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किए गए हैं।

बाईट :-- रविंद्र प्रकाश भारती, शोध छात्र बीएचयू

महेश कुमार ने बताया संत 643 वी जयंती के अवसर पर मुख्य आकर्षण का केंद्र झांकी यात्रा रहेगी जो 9 फरवरी को शाम 4:00 बजे कुलपति जिसका उद्घाटन करेंगे रथ का नाम समरथ होगा। इसके माध्यम से हम समाज को एक दूसरे में जोड़ने का संदेश देंगे। यह यात्रा एमपी थिएटर ग्राउंड से प्रारंभ होकर रविदास मंदिर तक जाएगी।

बाईट :-- महेश कुमार, छात्र बीएचयू

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