वाराणसीः गर्मी के दौरान द्वारा बार-बार होने वाली बिजली की फजीहत को दूर करने के लिए बिजली विभाग ने स्मार्ट गर्मी प्लान तैयार किया है. लगभग 20 करोड़ की लागत से इस प्लान को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इस प्लान के तहत न सिर्फ ट्रांसफार्मरों के ओवरलोड को कम किया जाएगा, बल्कि ट्रिपिंग की समस्या को भी दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके तहत काम भी शुरू हो गए हैं.
बता दें कि वाराणसी शहर के अलग-अलग हिस्सों में जहां जर्जर हो चुके लाइनों की मरम्मत की जा रही है तो वहीं ट्रांसफार्मर की सेफ्टी को बेहतर किया जा रहा है. साथ ही पेड़ों की कटाई की जा रही है. अंडरग्राउंड केबल व पोल को ठीक किया जा रहा है और इसके साथ ही अन्य जरूरी कार्यों को बेहतर किया जा रहा है, जिससे लोगों को इस गर्मी में शार्ट सर्किट या फिर बिजली के अन्य फजीहत से जूझना न पड़े.
250 केवी की जगह 400 केवी का ट्रांसफार्मर लगवाएंगे
विद्युत विभाग के चीफ इंजीनियर एके वर्मा ने बताया कि गर्मियों के लिए ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर्स की क्षमता बढ़ाने के लिए शहर के अंदर और ट्रांसफार्मर बढ़ाए जाएंगे, जो ट्रांसफार्मर ओवरलोडेड हैं उनको हम चेक कर रह हैं और ठीक कर रहे हैं. शहर में ऐसा भी होता है कि हमें जगह नहीं मिलती है. मुश्किल बहुत होती है. फिर भी जहां हो सकता है, 250 केवी की जगह 400 केवी का ट्रांसफार्मर लगवाएंगे.
400 केवी ट्रांसफार्मर से लोड डिस्ट्रीब्यूट करेंगे
उन्होंने कहा कि इन 400 केवी के ट्रांसफार्मर्स से लोड डिस्ट्रीब्यूट कराएंगे. इससे यह फायदा होगा कि जो गर्मियों में बार-बार ट्रांसफार्मर जल जाते हैं उनको बदलने की जरूरत होती है. सप्लाई की आपूर्ति में व्यवधान होता रहता है. वह नहीं होगा. इसके अलावा ऐसे प्वाइंट्स पर छटनी करा रहे हैं जहां एवी केबल लगी रहती है. जो आपस में लड़ती रहती है.
तार न जलें इसके लिए हो रही व्यवस्था
उन्होंने बताया कि केबल जलकर खराब हो जाती है और विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाती है. वहां पर भी हम सही करा रहे हैं. वहां पर हम अलग-अलग सर्किट बनाएंगे. इसी तरीके से हम आग लगने और शॉर्ट सर्किट की घटनाओं को बचाएंगे. हमारी कोशिश है कि विद्युत लाइन न जलें. इनकी सफाई चल रही है. इसके साथ ही अर्थिंग भी चेक की जा रही है. तारों के हेल्दीनेस को भी चेक किया जा रहा है.
एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा काम
चीफ इंजीनियर एके वर्मा ने बताया कि उन्होंने बताया कि किसी भी ट्रांसफार्मर में तेल कम है या लीकेज है, हम उसे दूर कर रहे हैं, जिससे कि ट्रांसफार्मर की छतिग्रस्तता में कमी आए और विद्युत आपूर्ति सही ढंग से रहे. ये प्लान हम एक महीने से पहले पूरा कर देंगे. इस पर कार्रवाई चल रही है. शहर के 85 ट्रांसाफार्मर्स में 50 फीसदी क्षमता की वृद्धि की जाएगी. क्योंकि ठंड के बाद गर्मी में अचानक से इन पर लोड बढ़ जाता है.