वाराणसीः डीजल रेल इंजन कारखाना द्वारा निजीकरण और निगमीकरण के विरोध में चेतावनी सप्ताह मनाया जा रहा है. इस दौरान निजीकरण के विरोध में डीरेका मजदूर संघ द्वारा चेतावनी सप्ताह के दूसरे दिन कारखाना परिसर में पैंफलेट वितरण कर कर्मचारियों को जागरूक किया गया. इस दौरान कारखाना परिसर में सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ और आने वाले भविष्य में होने वाली समस्याओं को सभी कर्मचारियों के बीच रखा गया.
इस अवसर पर डीएलडब्ल्यू मजदूर संघ के महामंत्री कृष्ण मोहन तिवारी ने कहा कि सरकार के नीति निर्धारक लोग अपनी गलत नीतियों और फैसलों से रेल सहित आम जनता को नेस्तनाबूद कर रहे हैं. सरकार ने जो भी आदेश दिया है, उसका अनुपालन हर मजदूर कर्मचारी अपने कठिन परिश्रम के साथ करता आ रहा है. वह जो-जो कार्य बताते हैं उसी आधार पर सभी कर्मचारी उसे करते हैं. सरकार को अपनी नीतियों और नियत दोनों को सुधारना है, जिससे आम कर्मचारी और जनता खुशहाल रह सकें.
वहीं डीएलडब्लू मजदूर संघ के संगठन मंत्री केसी पाण्डेय ने कहा कि जहां परिवहन के सभी संसाधन जैसे सड़क हवाई यात्रा को बिना प्रतिबंधित किए पूर्ण रूप से खोल दिया है. वहीं रेल परिचालन को प्रतिबंधित कर सीमित कर दिया गया. इससे उनकी नियत में खोट नजर आती है कि कहीं वे अपने कारोबारी मित्रों को इसे सौंपने की तैयारी तो नहीं कर रहे हैं. ऐसा संगठन कदापि होने नहीं देगा. इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि उत्पादन इकाइयों में निगमीकरण और निजीकरण की सरकार की मंशा को कभी भी पूरा नहीं होने दिया जाएगा.