वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) के बिड़ला हॉस्टल के छात्रों ने वार्डन की बर्खास्तगी और हॉस्टल में सभी प्रकार की सुविधाओं को अविलंब मुहैया कराने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही इस दौरान प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और वार्डन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. वहीं, प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि हॉस्टल में साफ-सफाई के साथ ही पीने को स्वच्छ पानी और मेश को चालू किया जाए. सैकड़ों की संख्या में छात्र हॉस्टल से बाहर निकलकर प्रदर्शन किए.
इधर, प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर बीएचयू बोर्ड और पुलिस के अधिकारी पहुंच गए. वहीं, छात्रों का कहना है कि बिड़ला अ छात्रावास के वार्डन रतन शंकर मिश्रा है, जो छात्रों से आए दिन बेवजह विवाद करते रहते हैं. इससे पहले जब वे साउथ कैंपस में थे तो इनके ऊपर छात्रों के साथ मारपीट का आरोप लगा था. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इनके ऊपर एक इंक्वायरी भी बैठाई गई थी, लेकिन अभी तक उसका कोई भी निर्णय नहीं आया है.
विशाल सिंह नाम के एक छात्र ने बताया कि वार्डन हमेशा अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हैं. साथ ही देर रात 2 बजे के करीब आकर अचानक छात्रों के रूम में हमले कर देते हैं. उन्हें पता ही नहीं है कि किस तरह से छात्रों के साथ व्यवहार करना चाहिए. उन्होंने अपनी नियुक्ति के बाद छात्रों के साथ कोई बैठक तक नहीं की. ऐसे में मेश भला कैसे चलेगा.
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आने वाले वीसी से गुहार
वहीं, छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय के नए कुलपति से यही निवेदन है कि हमारा विश्वविद्यालय नई ऊंचाइयों को पहुंचे. इसके जरूरी है कि हर शख्स अपने कर्तव्य का सही तरीके से पालन करे. लेकिन जो चीजें वर्तमान में पेश आ रही हैं वो सही नहीं हैं और उसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को सतर्क हो एक्शन लेने की जरूरत है. ताकि हम दिव्यांगों के साथ न्याय हो सके.
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