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स्वास्थ्य विभाग तैयार, कोरोना संग मलेरिया पर भी होगा प्रहार

वाराणसी जिले में स्वास्थ्य विभाग ने पूरे जून माह को 'मलेरिया रोधी माह' (Anti Malaria Month) के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच मलेरिया के बारे में जागरूकता पैदा करना है.

कोरोना संग मलेरिया पर भी होगा प्रहार
कोरोना संग मलेरिया पर भी होगा प्रहार
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Published : Jun 4, 2021, 8:46 AM IST

वाराणसी: जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग पूरे जून माह को 'मलेरिया रोधी माह' (Anti Malaria Month) के रूप में मनाएगा. इसका उद्देश्य आम जनमानस में मलेरिया के साथ ही साथ कोविड से भी बचाव व रोकथाम को लेकर जागरूकता पैदा करना है और उससे बचाव और नियंत्रण के बारे में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है.

हर रविवार होगा मच्छर पर वार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि 'मलेरिया रोधी माह' (Anti Malaria Month) का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच मलेरिया के बारे में जागरूकता पैदा करना है. जनपद के समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर आशा, एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर 'हर रविवार मच्छर पर वार' स्लोगन का प्रचार-प्रसार कर जनमानस को जागरूक किया जाएगा.

आशा एवं स्वास्थ्य कार्यकताओं द्वारा क्षेत्र में डोर-टु-डोर सर्वे कराया जाएगा और लोगों को जागरूक कर मलेरिया की जांच के लिए पीएचसी, सीएचसी पर भेजा जाएगा. इसकी निःशुल्क जांच और इलाज विशेषज्ञ व डॉक्टरों की देखरेख में जिले के सरकारी अस्पताल सहित सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के साथ-साथ वेक्टर जनित बीमारियों पर ध्यान रखना होगा.

जनवरी से अब तक मिले हैं 53 मरीज
जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पांडे ने बताया कि मलेरिया में व्यक्ति को ज्यादा देर तक बुखार आता है और यह बुखार प्रतिदिन 3 से 4 घंटे तक रहता है. मलेरिया 10 से 12 दिन तक व्यक्ति को प्रभावित करता है. मलेरिया में तेज बुखार के साथ ठंड लगना, उल्टी, दस्त, तेज पसीना आना और शरीर का तापमान 100 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बढ़ जाना, सिरदर्द, शरीर में जलन और मलेरिया होने के पश्चात रोगी के शरीर में कमजोरी महसूस होना आदि मलेरिया के लक्षण हैं. उन्होंने बताया कि जिले में जनवरी 2021 से अब तक 9,800 ब्लड स्लाइड बनाई गईं, जिसमें से 53 मलेरिया के मरीज मिले. इनमें से ज्यादातर मरीज शहरी क्षेत्र के देखे गए. सभी को उपचार कर ठीक किया जा चुका है.

इस भी पढ़ें:- स्वास्थय विभाग का कमाल, स्वर्गवासी को लगा दी वैक्सीन की दूसरी डोज

ये हैं बचाव के उपाय

  • मलेरिया के बचाव के लिए अपने आसपास व घरों में साफ-सफाई रखें.
  • कूलर के पानी की सप्ताह में एक बार सफाई करना.
  • पूरी आस्तीन के कपड़े पहनना.
  • घर में मौजूद पुराने बर्तनों, टायरों एवं खाली गमलों इत्यादि में पानी जमा न होने दें.
  • मच्छरदानी का उपयोग करें.
  • मच्छरों से बचने के लिए पूरा प्रबंध करें.

वाराणसी: जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग पूरे जून माह को 'मलेरिया रोधी माह' (Anti Malaria Month) के रूप में मनाएगा. इसका उद्देश्य आम जनमानस में मलेरिया के साथ ही साथ कोविड से भी बचाव व रोकथाम को लेकर जागरूकता पैदा करना है और उससे बचाव और नियंत्रण के बारे में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है.

हर रविवार होगा मच्छर पर वार
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने बताया कि 'मलेरिया रोधी माह' (Anti Malaria Month) का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच मलेरिया के बारे में जागरूकता पैदा करना है. जनपद के समस्त सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर आशा, एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर 'हर रविवार मच्छर पर वार' स्लोगन का प्रचार-प्रसार कर जनमानस को जागरूक किया जाएगा.

आशा एवं स्वास्थ्य कार्यकताओं द्वारा क्षेत्र में डोर-टु-डोर सर्वे कराया जाएगा और लोगों को जागरूक कर मलेरिया की जांच के लिए पीएचसी, सीएचसी पर भेजा जाएगा. इसकी निःशुल्क जांच और इलाज विशेषज्ञ व डॉक्टरों की देखरेख में जिले के सरकारी अस्पताल सहित सभी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के साथ-साथ वेक्टर जनित बीमारियों पर ध्यान रखना होगा.

जनवरी से अब तक मिले हैं 53 मरीज
जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पांडे ने बताया कि मलेरिया में व्यक्ति को ज्यादा देर तक बुखार आता है और यह बुखार प्रतिदिन 3 से 4 घंटे तक रहता है. मलेरिया 10 से 12 दिन तक व्यक्ति को प्रभावित करता है. मलेरिया में तेज बुखार के साथ ठंड लगना, उल्टी, दस्त, तेज पसीना आना और शरीर का तापमान 100 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बढ़ जाना, सिरदर्द, शरीर में जलन और मलेरिया होने के पश्चात रोगी के शरीर में कमजोरी महसूस होना आदि मलेरिया के लक्षण हैं. उन्होंने बताया कि जिले में जनवरी 2021 से अब तक 9,800 ब्लड स्लाइड बनाई गईं, जिसमें से 53 मलेरिया के मरीज मिले. इनमें से ज्यादातर मरीज शहरी क्षेत्र के देखे गए. सभी को उपचार कर ठीक किया जा चुका है.

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ये हैं बचाव के उपाय

  • मलेरिया के बचाव के लिए अपने आसपास व घरों में साफ-सफाई रखें.
  • कूलर के पानी की सप्ताह में एक बार सफाई करना.
  • पूरी आस्तीन के कपड़े पहनना.
  • घर में मौजूद पुराने बर्तनों, टायरों एवं खाली गमलों इत्यादि में पानी जमा न होने दें.
  • मच्छरदानी का उपयोग करें.
  • मच्छरों से बचने के लिए पूरा प्रबंध करें.
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