वाराणसी : शहर में डग्गामार ऑटो ट्रैफिक विभाग के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं. जिले में डग्गामार रिक्शा बड़ी संख्या में सड़कों पर चलते दिखाई दे जाएंगे. ट्रैफिक विभाग के कार्रवाई के बाद भी भी डग्गामार ऑटो रिक्शा सड़क पर दौड़ रहे हैं. यही ऑटो रिक्शा सजाम का कारण भी बनते हैं. इन डग्गामार ऑटो के कारण वाराणसी में जगह-जगह जाम की समस्या खड़ी हो जाती है. डग्गामार ऑटो अचानक गाड़ियों को रोककर सवारी बैठाते हैं. इससे आवागमन बाधित होने के साथ ही हादसे का आशंका भी बढ़ जाती है.
बिना परमिट चल रहे ऑटो
वाराणसी को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए नगर निगम, जिला प्रशासन और अन्य विभागों की ओर से करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं. कई योजनाएं पूरी हो चुकी हैं और कई योजनाओं पर काम चल रहा है. वाराणसी में परिवहन विभाग ने 5200 ऑटो रिक्शा को ही परमिट जारी किया है, लेकिन बड़ी संख्या में बिना परमिट के ऑटो रिक्शा शहर की सड़कों पर चल रहे हैं.
कार्रवाई के दिए थे निर्देश
संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की बैठक में तय हुआ था कि शहर में चलने वाले ऑटो रिक्शा का कलर हरा और ग्रामीण क्षेत्रो में चलने वाले ऑटो रिक्शा का कलर काला होगा. आरटीए के निर्देश के बाद भी परिवहन विभाग आदेश को अमल में नहीं ला सका. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने आरटीए की बैठक में ऐसे डग्गामार ऑटो रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए थे.
जिले में हैं कई स्टैंड
वाराणसी में ऑटो रिक्शा के लिए सारनाथ, आशापुर, पांडेयपुर, कचहरी, भोजूबीर, कैण्ट स्टेशन, लहुराबीर, चौकाघाट, मैदागिन आदि जगहों पर ऑटो रिक्शा स्टैंड हैं. इसके बाद भी ये ऑटो चालक बीच रास्ते से सवारी बैठाते हैं. इन स्टैंडों के अलावा बेतरतीब बिना परमिट के डग्गामार ऑटो भी यातायात व्यवस्था को बिगाड़ रहे हैं.