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श्मशान घाट पर संक्रमितों के शव दाह और सरकारी आंकड़ों में अंतर

वाराणसी जिला प्रशासन द्वारा संक्रमण से मरने वालों के आंकड़ों और श्मशान घाट पर संक्रमण वाले शवों के अंतिम संस्कार की संख्या में अंतर मिल रहा है. जोनल अधिकारी रामेश्वर दयाल ने बताया कि वाराणसी में दूसरे जिलों से भी संक्रमित मरीजों की डेड बॉडी आ रही है. जिससे मौत के आंकड़ों में अंतर मिल रहा है.

अंतिम संस्कार.
अंतिम संस्कार.
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Published : Apr 29, 2021, 5:26 PM IST

वाराणसी: जनपद में लगातार कोरोना मरीजों के मामले सामने आ रहे हैं. अस्पताल से लेकर श्मशान घाट तक लोग कतार में लगे हुए हैं. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा और श्मशान घाट में संक्रमण वाले शवों के अंतिम संस्कार की संख्या में अंतर पाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी में आसपास के जिलों से भी संक्रमित मरीजों की डेड बॉडी आ रही है. जिससे मौत के आंकड़ों में अंतर मिल रहा है.

जानकारी देते जोनल अधिकारी रामेश्वर दयाल.

जिला प्रशासन के अनुसार 26 अप्रैल को 7 व्यक्तियों की मौत हुई थी. 27 अप्रैल को संक्रमण से 13 व्यक्तियों की मौत हुई थी. 28 अप्रैल को संक्रमण से मौत का आंकड़ा 10 व्यक्तियों का था. वहीं, जोनल अधिकारी रामेश्वर दयाल ने बताया कि 28 अप्रैल को सिर्फ हरिश्चंद्र घाट पर ही 26 कोरोना संक्रमित शव का अंतिम संस्कार किया गया था.

रामेश्वर दयाल ने बताया कि वाराणसी में दूसरे जिलों से भी संक्रमित व्यक्तियों की डेड बॉडी आ रही है. जैसे जौनपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर इसमें से कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनका इलाज बीएचयू में चल रहा था. दूसरे जिले से आने वाली डेड बॉडी के परिजन सीएनजी से शव का अंतिम संस्कार चाहते हैं. इसलिए वे यहां आ रहे हैं.

वाराणसी के लंका थाना अंतर्गत विश्व सुंदरी पुल सामने घाट के पास नगर निगम द्वारा संक्रमित व्यक्तियों के लिए अस्थाई श्मशान घाट बनाया गया है. जहां पर लकड़ी की चिता पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है. वहीं शहर के हरिश्चंद्र घाट पर लकड़ी की चीता और सीएनजी गैस द्वारा संक्रमित शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है.

इसे भी पढे़ं- युवती का अस्पताल पर आरोप, बंद कर दी गई ऑक्सीजन सप्लाई

वाराणसी: जनपद में लगातार कोरोना मरीजों के मामले सामने आ रहे हैं. अस्पताल से लेकर श्मशान घाट तक लोग कतार में लगे हुए हैं. वहीं, जिला प्रशासन द्वारा संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा और श्मशान घाट में संक्रमण वाले शवों के अंतिम संस्कार की संख्या में अंतर पाया गया है. अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी में आसपास के जिलों से भी संक्रमित मरीजों की डेड बॉडी आ रही है. जिससे मौत के आंकड़ों में अंतर मिल रहा है.

जानकारी देते जोनल अधिकारी रामेश्वर दयाल.

जिला प्रशासन के अनुसार 26 अप्रैल को 7 व्यक्तियों की मौत हुई थी. 27 अप्रैल को संक्रमण से 13 व्यक्तियों की मौत हुई थी. 28 अप्रैल को संक्रमण से मौत का आंकड़ा 10 व्यक्तियों का था. वहीं, जोनल अधिकारी रामेश्वर दयाल ने बताया कि 28 अप्रैल को सिर्फ हरिश्चंद्र घाट पर ही 26 कोरोना संक्रमित शव का अंतिम संस्कार किया गया था.

रामेश्वर दयाल ने बताया कि वाराणसी में दूसरे जिलों से भी संक्रमित व्यक्तियों की डेड बॉडी आ रही है. जैसे जौनपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर इसमें से कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनका इलाज बीएचयू में चल रहा था. दूसरे जिले से आने वाली डेड बॉडी के परिजन सीएनजी से शव का अंतिम संस्कार चाहते हैं. इसलिए वे यहां आ रहे हैं.

वाराणसी के लंका थाना अंतर्गत विश्व सुंदरी पुल सामने घाट के पास नगर निगम द्वारा संक्रमित व्यक्तियों के लिए अस्थाई श्मशान घाट बनाया गया है. जहां पर लकड़ी की चिता पर अंतिम संस्कार किया जा रहा है. वहीं शहर के हरिश्चंद्र घाट पर लकड़ी की चीता और सीएनजी गैस द्वारा संक्रमित शव का अंतिम संस्कार किया जा रहा है.

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