वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी देव दीपावली में पीएम के स्वागत के लिए तैयार है. देव दीपावली के मौके पर शहर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करता है. काशी के रहने वाले शमशाद हर देव दीपावली के मौके पर घाटों पर अपनी सेवा देते आ रहे हैं. शमशाद पिछले 30 सालों से देव दीपावली में होने वाली महाआरती की तैयारी करते आ रहे हैं.
आरती पात्रों की करते हैं साफ
शमशाद देव दीपावली के दो दिन पहले से ही सभी काम छोड़कर इस महापर्व में सम्मिलित हो जाते हैं. जिले के काशीपुरा में रहने वाले शमशाद धर्म और जाति की दीवार को तोड़कर सद्भावना की मिसाल पेश करते हैं. प्रत्येक वर्ष ये दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती की तैयारी में जुट जाते हैं. वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहली बार देव दीपावली का दीदार करने के लिए आ रहे हैं. ऐसे में काशी को दुल्हन की तरह सजाया गया है. गंगा आरती में प्रयोग किए जाने वाले आरती पात्रों को शमशाद ही साफ करते हैं.
गंगा-जमुनी तहजीब का शहर है बनारस
ईटीवी भारत से ऑनलाइन बातचीत में शमशाद ने बताया कि पिछले 30 वर्ष से मैं ये कार्य कर रहा हूं. मुझे बहुत ही अच्छा लगता है, क्योंकि हम सब एक हैं और बनारस शुरू से गंगा-जमुनी तहजीब का शहर है. हम सभी पर्व मिलकर मनाते हैं. जहां गंगा पर हिंदू भाई स्नान करते हैं, वहीं हम वजू करते हैं. हम इस शहर में सभी काम मिलकर करते हैं.