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उप मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को दी चेतावनी, कहा- पारदर्शिता से करें काम

वाराणसी में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने शनिवार को सर्किट हाउस में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth), संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और शिक्षा विभाग (Education Department) के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.

उप मुख्यमंत्री ने की बैठक.
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Published : Sep 5, 2021, 7:54 AM IST

वाराणसी: उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने शनिवार को सर्किट हाउस में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth), संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और शिक्षा विभाग (Education Department) के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.

बैठक में उन्होंने विद्यालय व विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं के विषय में जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों व गैर शिक्षक व्यक्तियों के ड्यूटी, प्रमोशन तीन-चार माह में पूर्ण कर लिए जाएं. साथ ही शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया के लिए गवर्नर प्रक्रिया को अपनाएं जाने को कहा. उन्होंने कहा कि समस्त विभागीय कार्य में पारदर्शिता, निष्पक्षता का ध्यान अवश्य रखा जाए. इसके साथ ही भर्ती चयन के लिए विज्ञापन व्यापक प्रचार वाले समाचार पत्रों में ही प्रकाशित कराएं एवं काशी में रिसर्च प्रोजेक्ट भेजें. उन्होंने कहा कि सभी विद्यालय व विश्वविद्यालय इस बात को सुनिश्चित करें कि इस वर्ष हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के प्रमोट बच्चें एडमिशन से वंचित नहीं रहें.

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने विश्वविद्यालयों से शासन में लंबित कार्यों की सूची भी मांगी. कोरोना संक्रमण से उच्च शिक्षा में वित्तविहीन संविदा शिक्षकों, कर्मचारियों जिनकी मृत्यु हुई की सूची तैयार करने और उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा दी जा सकने वाली सहायता राशि के विवरण सहित रिपोर्ट भेजने को कहा. उप मुख्यमंत्री ने समस्त जिला विद्यालय निरीक्षक को सचेत किया कि अनियमित नियुक्ति कतई नहीं की जाए. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि फर्जी नियुक्ति पर कड़ी कार्रवाई होगी.

इसे भी पढ़ें: फर्जी डिग्री मामले में यूपी के डिप्टी सीएम को मिली राहत, कोर्ट ने बताया आधारहीन

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि संस्कृत विद्यालयों में अच्छे योग्य शिक्षक भर्ती हों. इसके लिए नियमावली के अनुरूप समिति में एक्सपर्ट रखे जाएं. किसी दबाव में कार्य कतई नहीं हो. हर कार्य पारदर्शिता, निष्पक्षता और नियमानुसार हो. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि आगामी हाई स्कूल, इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा को सुचिता व नकलविहीन सुनिश्चित करने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक अभी से तैयारी शुरू कर दें. जहां आवश्यकता हो वहां प्रशासन के साथ समन्वय बनाएं और आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें. इस दौरान उन्होंने परीक्षा केंद्रों की स्थिति व अधिकारियों की समस्याओं के बारे में भी पूछताछ की.

वाराणसी: उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने शनिवार को सर्किट हाउस में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth), संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय और शिक्षा विभाग (Education Department) के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए.

बैठक में उन्होंने विद्यालय व विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं के विषय में जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों व गैर शिक्षक व्यक्तियों के ड्यूटी, प्रमोशन तीन-चार माह में पूर्ण कर लिए जाएं. साथ ही शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया के लिए गवर्नर प्रक्रिया को अपनाएं जाने को कहा. उन्होंने कहा कि समस्त विभागीय कार्य में पारदर्शिता, निष्पक्षता का ध्यान अवश्य रखा जाए. इसके साथ ही भर्ती चयन के लिए विज्ञापन व्यापक प्रचार वाले समाचार पत्रों में ही प्रकाशित कराएं एवं काशी में रिसर्च प्रोजेक्ट भेजें. उन्होंने कहा कि सभी विद्यालय व विश्वविद्यालय इस बात को सुनिश्चित करें कि इस वर्ष हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के प्रमोट बच्चें एडमिशन से वंचित नहीं रहें.

उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने विश्वविद्यालयों से शासन में लंबित कार्यों की सूची भी मांगी. कोरोना संक्रमण से उच्च शिक्षा में वित्तविहीन संविदा शिक्षकों, कर्मचारियों जिनकी मृत्यु हुई की सूची तैयार करने और उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा दी जा सकने वाली सहायता राशि के विवरण सहित रिपोर्ट भेजने को कहा. उप मुख्यमंत्री ने समस्त जिला विद्यालय निरीक्षक को सचेत किया कि अनियमित नियुक्ति कतई नहीं की जाए. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि फर्जी नियुक्ति पर कड़ी कार्रवाई होगी.

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उन्होंने अधिकारियों से कहा कि संस्कृत विद्यालयों में अच्छे योग्य शिक्षक भर्ती हों. इसके लिए नियमावली के अनुरूप समिति में एक्सपर्ट रखे जाएं. किसी दबाव में कार्य कतई नहीं हो. हर कार्य पारदर्शिता, निष्पक्षता और नियमानुसार हो. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि आगामी हाई स्कूल, इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा को सुचिता व नकलविहीन सुनिश्चित करने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक अभी से तैयारी शुरू कर दें. जहां आवश्यकता हो वहां प्रशासन के साथ समन्वय बनाएं और आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें. इस दौरान उन्होंने परीक्षा केंद्रों की स्थिति व अधिकारियों की समस्याओं के बारे में भी पूछताछ की.

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