वाराणसी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई ने केंद्रीय कार्यालय का घेराव किया और गेट बंद कर प्रदर्शन किया. विद्यार्थी परिषद की मांग थी कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से सबंधित सेंट्रल हिन्दू स्कूलों में लॉटरी एवं मेरिट आधारित प्रवेश पद्धति को खत्म किया जाए और स्कूल प्रवेश परीक्षा (SET) कराई जाए. परिषद का मानना है कि यह प्रक्रिया प्रतिभावान विद्यार्थियों के अधिकारों का हनन करती है. साथ ही यह विद्यार्थियों के समानता के अधिकार के विपरीत है. परिषद ने इस संबंध में कुलसचिव के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा.
विद्यार्थी परिषद के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा कि वर्षों से सेंट्रल हिन्दू स्कूलों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश दिय़ा जाता रहा है. लेकिन कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से लॉटरी एवं मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाने लगा है. अब स्थितियां सामान्य है और पाबंदियों के हट जाने के बावजूद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन ने लॉटरी एवं मेरिट पद्धति को जारी रखा हुआ है. उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से मेरिट आधारित प्रवेश के मकड़जाल से विद्यार्थियों को निकाला जा रहा है तब काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन मेरिट पद्धति को अपनाने में लगा हुआ है.
ग्रामीण विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़: परिषद के उपाध्यक्ष सत्य नारायण ने कहा कि बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन लॉटरी निकाल कर विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. प्रदर्शन के दौरान प्रशांत राय,अतुल दूबे, सौरभ राय,पल्लव सुमन,भास्करादित्य,नवनीत दिग्विजय, हर्षित,कुमार विनायक,आलोक त्रिपाठी, सर्वेश,अंकित सोमवंशी,आदित्य,निशांत,शिवेंद्र पांडेय,आलोक शर्मा आदि बड़ी संख्या में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
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