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काशी में 5 दिनों तक बांटा जाएगा खजाना, 10 नवंबर से खुलेगा माता अन्नपूर्णा का स्वर्णमई दरबार

दीपावली के अवसर पर भक्तों को माता अन्नपूर्णा देवी के स्वर्णमई ( Darshan of Annapurna Devi) दरबार का दर्शन मिलेगा. 5 दिनों तक अन्नपूर्णा दरबार के साथ बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्तों में माता का खजाना बांटा जाएगा.

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माता अन्नपूर्णा के दरबार का दर्शन
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 7, 2023, 10:03 PM IST

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ सुनील वर्मा और महंत शंकर पुरी ने दी जानकारी

वाराणसी: काशी को त्योहारों का शहर करते हैं. यहां हर त्यौहार उल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जाता है. वहीं, वाराणसी में माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन सिर्फ दीपावली के मौके पर ही मिलते हैं. इस बार भी धनतेरस से लेकर अन्नकूट पर्व तक माता अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन होंगे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी पिछले वर्ष कनाडा से वापस आई अन्नपूर्णा प्रतिमा (Annapurna statue returned from Canada) के दरबार में भी भक्तों को खजाना बांटा जाएगा. भक्त यह खजाना 14 नवंबर तक ले सकेंगे.

मंदिर के खुलेंगे कपाट: बाबा विश्वनाथ को अन्न-धन की भिक्षा देने वाली मां अन्नपूर्णा अपने भक्तों पर पांच दिन कृपा बरसाएंगी. धनतेरस 10 नवंबर को निर्धारित समय से एक घंटे पहले ही मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे और पांच दिनों तक श्रद्धालु स्वर्णमयी अन्नपूर्णा, मां भूमि देवी,लक्ष्मी और रजत महादेव के दर्शन कर सकेंगे. मठ मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि धनतेरस के शुभ योग से देश में समृद्धि रहेगी और कोष भरा रहेगा. अभिजीत मुहूर्त में अपराह्न में माता का पूजन और आरती के बाद खजाने की पूजा की जाएगी. आम भक्तों के लिए 1 बजे माता का पट खोल दिया जायेगा. महंत शंकर पुरी ने कहा कि वर्ष में सिर्फ चार दिन भक्तों को दर्शन का अवसर मिलता था. लेकिन, इस साल पांच दिन स्वर्णमयी अन्नपूर्णा का दर्शन होगा. धनतेरस पर 10 नवंबर को खजाना वितरण होगा. 14 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव के दिन लड्डूओ की झांकी सजेगी. वहीं, रात 11.30 बजे माता की महाआरती होगी, इसके बाद एक वर्ष के लिए स्वर्णमयी अन्नपूर्णा का कपाट बंद कर दिया जाएगा.

इसे भी पढ़े-माता अन्नपूर्णा के 17 दिवसीय व्रत की हुई शुरुआत, इन नियमों संग भक्तों ने लिया खास धागा

महंत शंकर पुरी ने बताया कि भक्तों को बांस फाटक से होते गेट नंबर एक ढुंढिराज से प्रवेश कर मुख्य द्वार अन्नपूर्णा मंदिर में प्रवेश होगा. बाएं हाथ की तरफ बनी अस्थायी सीढ़ियों से होते हुए स्वर्णमयी माता का दर्शन करके श्रद्धालु कालिका गली होकर निकलेंगे. प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा के लिए कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है. कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी की जाएगी. जगह-जगह सेवादार तैनात रहेंगे.

माता अन्नपूर्णा का मिलेगा खजाना: धनतेरस के मौके पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी कनाडा से वापस लाई गई अन्नपूर्णा प्रतिमा के वापस आने के बाद यहां भी खजाना वितरण का कार्यक्रम पिछले साल से शुरू किया गया है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अन्नपूर्णा मंदिर में अन्नपूर्णा दरबार से भक्तों को खजाने का वितरण किया जाएगा. यह वितरण पांच दिनों तक चलेगा. 10 तारीख से 14 तारीख तक भक्तों को बाबा विश्वनाथ के दरबार में माता अन्नपूर्णा का खजाना मिलेगा.

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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ सुनील वर्मा और महंत शंकर पुरी ने दी जानकारी

वाराणसी: काशी को त्योहारों का शहर करते हैं. यहां हर त्यौहार उल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जाता है. वहीं, वाराणसी में माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन सिर्फ दीपावली के मौके पर ही मिलते हैं. इस बार भी धनतेरस से लेकर अन्नकूट पर्व तक माता अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन होंगे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी पिछले वर्ष कनाडा से वापस आई अन्नपूर्णा प्रतिमा (Annapurna statue returned from Canada) के दरबार में भी भक्तों को खजाना बांटा जाएगा. भक्त यह खजाना 14 नवंबर तक ले सकेंगे.

मंदिर के खुलेंगे कपाट: बाबा विश्वनाथ को अन्न-धन की भिक्षा देने वाली मां अन्नपूर्णा अपने भक्तों पर पांच दिन कृपा बरसाएंगी. धनतेरस 10 नवंबर को निर्धारित समय से एक घंटे पहले ही मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे और पांच दिनों तक श्रद्धालु स्वर्णमयी अन्नपूर्णा, मां भूमि देवी,लक्ष्मी और रजत महादेव के दर्शन कर सकेंगे. मठ मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि धनतेरस के शुभ योग से देश में समृद्धि रहेगी और कोष भरा रहेगा. अभिजीत मुहूर्त में अपराह्न में माता का पूजन और आरती के बाद खजाने की पूजा की जाएगी. आम भक्तों के लिए 1 बजे माता का पट खोल दिया जायेगा. महंत शंकर पुरी ने कहा कि वर्ष में सिर्फ चार दिन भक्तों को दर्शन का अवसर मिलता था. लेकिन, इस साल पांच दिन स्वर्णमयी अन्नपूर्णा का दर्शन होगा. धनतेरस पर 10 नवंबर को खजाना वितरण होगा. 14 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव के दिन लड्डूओ की झांकी सजेगी. वहीं, रात 11.30 बजे माता की महाआरती होगी, इसके बाद एक वर्ष के लिए स्वर्णमयी अन्नपूर्णा का कपाट बंद कर दिया जाएगा.

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महंत शंकर पुरी ने बताया कि भक्तों को बांस फाटक से होते गेट नंबर एक ढुंढिराज से प्रवेश कर मुख्य द्वार अन्नपूर्णा मंदिर में प्रवेश होगा. बाएं हाथ की तरफ बनी अस्थायी सीढ़ियों से होते हुए स्वर्णमयी माता का दर्शन करके श्रद्धालु कालिका गली होकर निकलेंगे. प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया कि सुरक्षा के लिए कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है. कंट्रोल रूम के जरिए निगरानी की जाएगी. जगह-जगह सेवादार तैनात रहेंगे.

माता अन्नपूर्णा का मिलेगा खजाना: धनतेरस के मौके पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी कनाडा से वापस लाई गई अन्नपूर्णा प्रतिमा के वापस आने के बाद यहां भी खजाना वितरण का कार्यक्रम पिछले साल से शुरू किया गया है. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अन्नपूर्णा मंदिर में अन्नपूर्णा दरबार से भक्तों को खजाने का वितरण किया जाएगा. यह वितरण पांच दिनों तक चलेगा. 10 तारीख से 14 तारीख तक भक्तों को बाबा विश्वनाथ के दरबार में माता अन्नपूर्णा का खजाना मिलेगा.

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