वाराणसीः महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर रविवार को कुछ देर के लिए शव दाह संस्कार रोक दिया गया. इससे यहां पर शव लेकर पहुंचे परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बता दें, कि पिछले कई दिनों से डोम राजा परिवार के सदस्यों और वहां के लकड़ी दुकानदारों के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. मां गंगा के बढ़ते प्रकोप के कारण घाट सिमट गया है, जिसकी वजह से शवदाह में समस्या आ रही है. डोम राजा परिवार जिस स्थान पर संस्कार की बात कर रहा है, वहां पर लकड़ी रखी हैं. इसी को लेकर विवाद चल रहा है
विश्वनाथ चौधरी ने बताया कि मणिकर्णिका घाट पर जिस स्थान पर शवदाह संस्कार होता है, वहां पर कुछ दबंग किस्म के लोगों ने कब्जा कर लिया है. उन्होंने बताया कि आज सुबह अपनी राजमाता के साथ घाट पर दाह संस्कार करने पहुंचे, तो दूसरे पक्ष के लोगों ने जान से मारने की धमकी देते हुए उनके साथ गाली गलौज करने लगे.
विश्वनाथ चौधरी ने थाने पहुंचकर पुलिस से मांग की कि लकड़ी दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई हो और वह स्थान खाली कराया जाए, क्योंकि श्मशान की जमीन किसी की नहीं होती है. वहां पर शव का दाह संस्कार किया जाता है और वे लोग पिछले 6 महीने से वहां पर लकड़ी रखकर कब्जा किए हैं. उन्होंने मांग की कि जल्द ही उस स्थान को खाली कराया जाए. नगर निगम इस पर निर्णय ले कि जमीन किसकी है.
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एसीपी अवधेश पांडेय ने बताया कि कुछ समय के लिए शवदाह रुक गया था. पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर उसे तत्काल चालू कराया. दोनों पक्षों से शिकायत ले ली गई है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है.
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