वाराणसी: जिले में कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही के साथ-साथ मरीजों के अस्पताल से भागने की घटना लगातार जारी है. मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में एक के बाद एक तीन कोरोना मरीज भाग चुके हैं. गौर करने वाली बात यह है कि फरार मरीजों का डाटा स्वास्थ्य विभाग के पास भी नहीं है. ताजा मामला बुधवार देर रात का है. यहां एक कोरोना मरीज को परिजन अस्पताल से जबरन घर लेकर चले गए.
बता दें कि चंदौली के जलालपुर निवासी एक किशोर को कोरोना होने के आशंका के बाद कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जांच के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. जिसके बाद उसे दीनदयाल अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. देर रात मरीज को ले जाने के लिए जब एंबुलेंस अस्पताल पहुंची, तो परिजन मरीज को जबरन अपने साथ लेकर घर चले गए. घटना की सूचना अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को दे दी है.
वाराणसी में माताओं और बच्चों की कोविड जांच
कोविड के दौर में सरकार का प्रशासन लगातार लोगों को सुरक्षित रखने के लिए कई सारी योजनाओं का संचालन कर रही है. जिला प्रशासन की पहल पर राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत जिले के लल्लापुरा इलाके में माताओं और बच्चों की सेहत और कोविड की जांच की गई. मेडिकल ऑफिसर के नेतृत्व में 60 कुपोषित बच्चे और 30 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई. जांच के दौरान सभी की कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आई. इस दौरान डॉक्टर सौम्या ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, ज्यादा महसूस हो रहा है तो उन लोगों को तुरंत कोविड टेस्ट कराने की जरूरत है. इससे कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है. इसके साथ ही मुख्य तौर पर गर्भवती महिलाओं को ज्यादा सुरक्षित रहने की आवश्यकता है. उसके लिए उनको समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लेने की आवश्यकता है.