वाराणसी: जिले में जहां बीते महीने कोरोना दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा था. वहीं इन दिनों संक्रमण की रफ़्तार धीरे-धीरे कम हो रही है. सितंबर में संक्रमण दर जहां 6 फ़ीसदी था, तो वहीं अक्टूबर में लगभग 2 फीसदी संक्रमण दर दर्ज की गई है. विभागीय आंकड़े के मुताबिक 14679 मरीज कोरोना से जंग जीत चुके हैं. इसमें 11898 मरीज होम आइसोलेशन से 2781 मरीज अस्पताल में स्वास्थ्य हुए हैं. इसके साथ ही 254 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है.
होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज बरतें कुछ सावधानियां
सीएमओ डॉक्टर वीबी सिंह ने बताया कि होम आइसोलेशन में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है. मरीज को खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. रोजाना सुबह श्वसन संबंधित व्यायाम भी करना चाहिए. उन्होंने बताया कि मरीज समय-समय पर अपने स्तर के ऑक्सीजन की जांच करानी चाहिए. उन्होंने बताया कि यदि ऑक्सीजन 95 फीसदी है, तो परेशानी की बात नहीं है. यदि 90 से 94 के बीच है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन स्तर यदि नीचे जाता है, तो मरीज के समस्याएं बढ़ सकती हैं. क्योंकि कोरोना मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी फेफड़ों में होती है. इसलिए मरीजों को अपना विशेष ध्यान रखने की जरूरत है.
परिजनों की भी सुरक्षा जरूरी
इस पर डॉ. अनिल गुप्ता ने बताया कि मरीजों के साथ उनके तीमारदारों को भी विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. सबसे पहले कोरोना मरीजों के द्वारा उपयोग में लाई गई. किसी भी वस्तु के संपर्क में आने के बाद परिजनों को तुरंत अच्छे से हाथ साफ करना चाहिए. हाथ धुलने के 20 सेकंड बाद पानी तथा हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करना चाहिए. इसके साथ ही साथ हमेशा डिस्पोजल पेपर व टॉवेल से हाथ साफ करना चाहिए. इसके साथ ही साफ-सुथरे 3 लेयर वाले मास्क का प्रयोग करना चाहिए. जिससे मरीज के साथ-साथ उनके परिजन भी सुरक्षित और स्वस्थ रहे.